भगवानपुर देसुआ समेत रेलवे मंडल के 11 नए स्टेशनों पर शुरू होगा फुट ओवरब्रिज का निर्माण,25 करोड़ खर्च का अनुमान
समस्तीपुर रेल मंडल के भगवानपुर देसुआ स्टेशन समेत 11 नए रेलवे स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज का निर्माण होगा। फुट ओवरब्रिज के निर्माण पर करीब 25 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के अप्रैल महीने से इन ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू होगा। रेलवे मुख्यालय ने बजट में इन पुलों के निर्माण पर स्वीकृति प्रदान की है। फुट ओवर ब्रिज बनने से इन स्टेशनों पर दूसरे प्लेटफाॅर्म पर जाने के लिए यात्रियों को सुविधा मिलेगी। आए दिन होने वाले रेल हादसा से भी लोगों को मुक्ति मिलेगी।
यहां बता दें कि फुट ओवरब्रिज नहीं रहने के कारण रेलवे ट्रैक होते हुए दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के दौरान गत वर्ष रेलवे मंडल में विभिन्न स्टेशनों पर 16 लोगों की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी। वहीं 2013 में धमारा घाट स्टेशन पर राजरानी एक्सप्रेस से कटकर 28 लोगों की जान चली गई थी। डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि अंब्रेला प्रोजेक्ट के तहत रेलवे मुख्यालय ने इन स्टेशनों पर फुट ओवरब्रिज निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी है।
इन स्टेशनों पर फुटओवर ब्रिज बन जाने के बाद मंडल के करीब 50 से अधिक स्टेशनों पर फुट ओवरब्रिज हो जाएगा। समस्तीपुर-रोसड़ा रेलखंड के भगवानपुर देसुआ स्टेशन के अलावा पंचगछिया, गड़बरुआरी, प्रतापगंज, राघोपुर, चनपटिया, मोतीपुर, बेलवा, सिमरा, भैरोगंज और खड़पोखरा स्टेशन पर नए फुटओवर ब्रिज निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन स्टेशनों पर फुटओवर ब्रिज निर्माण को लेकर जल्द ही रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा टेंडर की कार्रवाई शुरू की जाएगी। टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद फुटओवर ब्रिज का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
वर्ष 2013 में धमारा स्टेशन पर ट्रेन से कटकर 28 लोगों की हो गई थी मौत
यहां बता दें कि वर्ष 2013 में रेलवे मंडल के धमारा घाट स्टेशन पर राजरानी एक्सप्रेस ट्रेन से कटकर 28 लोगों की मौत हो गई थी। फुट ओवरब्रिज नहीं रहने के कारण उक्त लोग ट्रेन से उतरने के बाद पैदल ही कात्यायनी मंदिर पूजा-अर्चना करने जा रहे थे। इसी दौरान ट्रेन की चपेट में आने से 28 लोगों की कटकर मौत हो गई थी। हादसे के बाद 1 वर्ष के अंदर धमारा घाट स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज का निर्माण करा दिया गया।
फुटओवर ब्रिज नहीं रहने के कारण रेलवे ट्रैक पार करने के दौरान गत वर्ष रेलवे मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर ट्रेन से कटकर 16 लोगों की मौत हो गई थी। समस्तीपुर दरभंगा रेल खंड पर 4 लोगों की मौत हुई थी। वहीं समस्तीपुर-खगड़िया रेल खंड पर 5 लोगों की मौत हुई थी। इसके अलावा अन्य लोगों की मौत विभिन्न स्टेशनों पर हुई थी।