Tuesday, November 26, 2024
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Republic Day 2023: कर्तव्य पथ पर पहली बार बिखरेगी गणतंत्र दिवस की छटा, इंतजाम होंगे खास

Republic Day 2023: नई दिल्ली। राजपथ के कर्तव्य पथ (Kartavya Path) बनने के बाद इस पर पहली बार गणतंत्र दिवस परेड का संचालन होगा। इस बार गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वालों को कर्तव्य पथ पूरी तरह से बदला हुआ नजर आएगा। वर्ष 2023 का गणतंत्र दिवस कई मायनों में ऐतिहासिक होगा। इसके साथ ही पुराने राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड अब यादों और तस्वीरों में ही रह जाएगी।

 

 

 

गणतंत्र दिवस को लेकर चल रही तैयारियां

गणतंत्र दिवस को लेकर कर्तव्य पथ पर चल रही तैयारियां, बता रहीं हैं कि इस बार का कार्यक्रम पहले से भव्य होगा। वीवीआइपी के साथ काफी संख्या में पहुंचने वाले आगुंतकों के बैठने का खास इतंजाम होगा। कर्तव्य पथ के चारों ओर 60,000 से ज्यादा लोग आसानी से बैठ सकते हैं। इनके लिए खास किस्म की कुर्सियां लगाई जा रहीं हैं।

 

कुर्सियों को इस तरह से नियोजित किया जा रहा है कि लोग अपने स्थान पर बैठकर ही पूरे परेड का आनंद ले सकें। सुरक्षाकर्मियों के लिए पहली बार टेंट की जगह, तमाम सुविधाओं से लैस बहुमंजिला कंटेनर तैयार किए जा रहे हैं। इसी तरह वीवीआइपी स्टैंड में भी इस बार कई सुविधाएं और बैठने की बेहतर सुविधा होगी।

 

किंग्स वे से कर्तव्य पथ तक का सफर

इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक के मार्ग को राजपथ कहा जाता था। इसका निर्माण अंग्रेजी हुकूमत ने किया था। राजपथ का डिजाइन ब्रिटिश वास्तुकार सर एडविन लुटियंस ने किया था। राजपथ मार्ग को पहले किंग्स-वे कहा जाता था, जार्ज पंचम के सम्मान में इसे यह नाम दिया गया था।

 

सेंट स्टीफेंस कालेज के इतिहास के प्रोफेसर पर्सिवल स्पियर की सलाह पर किंग्स वे का नामकरण हुआ था। आजादी के बाद किंग्स वे का नाम बदलकर राजपथ कर दिया गया। वर्ष 2022 में मोदी सरकार ने इसका नाम कर्तव्य पथ कर दिया था।

 

सेंट्रल विस्टा योजना के तहत पथ का कायाकल्प

केंद्र सरकार ने सेंट्रल विस्टा योजना के तहत इस पूरे कर्तव्य पथ का 2022 में कायाकल्प किया और इसका नाम कर्तव्य पथ कर दिया गया। वर्षों से राजपथ और सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के आसपास के इलाकों में पर्यटकों की बढ़ती भीड़ का दबाव देखा जा रहा था। इसके चलते इसके बुनियादी ढांचे पर लगातार दबाव बढ़ रहा था।

 

 

 

ऐसे में यहां पर लंबे समय से पुनर्विकास की जरूरत महसूस की जा रही थी। केंद्र सरकार ने इसके मूल शिल्प को सुरक्षित रखते हुए इसका विकास किया है। इसके बाद यह बदला सा नजर आ रहा है।

 

कर्तव्य पथ का हुआ कायाकल्प

कर्तव्य पथ के साथ-साथ 3.90 लाख वर्ग मीटर में फैले क्षेत्र को चारों ओर से हरियाली के साथ विकसित किया गया है। पूरे क्षेत्र में लाल ग्रेनाइट से पैदल मार्ग बनाए गए हैं, जो बजरी रेत की जगह ले रहे हैं। 1,125 वाहनों के लिए पार्किंग भी बनाई गई है। इंडिया गेट के पास भी 35 बसों के लिए पार्किंग की जगह है। कर्तव्य पथ पर 900 से अधिक नए लाइट पोल और 1000 से अधिक सफेद बलुआ पत्थर के बोल्डर लगाए गए हैं।

Kunal Gupta
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