ठंड से छात्रा की मौत:स्कूल में दोस्तों से बात करते वक्त गिरी 14 साल की छात्रा और थम गईं सांसे
राजकोट।
सर्दी के चलते इन दिनों हार्ट अटैक की घटनाएं अधिक हो रहीं हैं। एक ऐसी ही घटना गुजरात के राजकोट में सामने आई है। यहां 8वीं क्लास में पढ़ने वाली 14 साल की स्टूडेंट रिया स्कूल में अपने दोस्तों से बात कर रही थी। इसी दौरान वह जमीन पर गिरी और उसकी सांसे थम गईं। परिजनों ने कहा कि स्कूल के ड्रेस कोड ने बेटी की जान ले ली।
शिक्षा विभाग की स्कूलों को हिदायत
गुजरात के राजकोट में ठंड के चलते आठवीं की छात्रा की मौत के बाद जिला शिक्षा अधिकारियों ने स्कूल प्रशासन को यूनिफॉर्म नियम में सख्ती न बरतने को कहा है। अहमदाबाद में प्रशासन ने कहा कि ठंड ज्यादा होने के चलते गर्म कपड़े पहनने पर छात्र-छात्राओं के खिलाफ सख्ती न बरती जाए। दरअसल, राजकोट की एक निजी स्कूल की छात्रा ठंड लगने से क्लास रूम में ही बेहोश हो गई थी और अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया था।
पैरेंट्स ने स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया
आशंका जताई गई कि दिल का दौरा पड़ने से छात्रा की मौत हुई थी। पिछले कुछ दिनों से गुजरात के ज्यादातर शहरों में 10 डिग्री से भी कम तापमान रहा। अहमदाबाद नगर निगम संचालित स्कूलों में स्कूल टाइमिंग से भी देरी से (8 बजे बाद भी ) छात्रों को जाने की अनुमति दी गई है। छात्रा के माता-पिता ने मौत के लिए स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है।
राजकोट जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी को लिखे एक पत्र में अमृतलाल वीरचंद जसानी विद्यामंदिर स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि मंगलवार की सुबह, 8वीं कक्षा की छात्रा रिया सोनी ने सुबह 7.23 बजे बेचैनी की शिकायत की। उसके माता-पिता को बुलाया गया, जो उसे अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
शिक्षकों ने होश में लाने हाथ-पैरों की मालिश की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रिंसिपल स्मिताबेन के अनुसार, जब पीड़िता गिर गई तो उसके सहपाठियों और शिक्षकों ने उसे होश में लाने के लिए हाथ-पैरों की मालिश की थी। वहीं, रिया के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी पूरी तरह स्वस्थ थी। वह किसी बीमारी से पीड़ित नहीं थी। प्रबंधन ने कहा कि निर्धारित स्वेटर बच्चों को शीतलहर में बचाने के लिए पर्याप्त नहीं थे। फिलहाल, अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि रिया की मौत शीतलहर की वजह से ही हुई है।