OMG: ठंड इतनी कि भगवान को भी कंबल से कवर करना पड़ा, जानें कहां
मुजफ्फरपुर. जिले में ठंड से ठिठुरन बढ़ गई है. इधर पछुआ हवा चलने से बढ़ी ठंड काफी प्रभावशाली हो गई है. ठंड का असर न सिर्फ आदमी और जानवरों पर देखा जा रहा है, बल्कि देवी-देवताओं पर भी देखा जा रहा है. विभिन्न मंदिरों में ठंड से बचाने के लिए देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को भी चादर ओढ़ाया जाने लगा है. ठंड के मद्देनजर मुजफ्फरपुर के चर्चित गरीबस्थान मंदिर में देवी- देवताओं को चादर ओढ़ाया जा रहा है. रात्रि आरती के बाद मुजफ्फरपुर में बाबा के शिवलिंग, नंदी जी और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को चादर से ढक दिया जाता है. आमतौर पर इस्तेमाल में लाए जाने वाले इन चादरों से देवी- देवता को रात के समय ढक दिया जाता है. प्रातः कालीन पूजा के वक्त चादर हटा कर भगवान शंकर का पंचामृत स्नान कराकर आरती एवं पूजा संपन्न की जाती है. मंदिर प्रशासन द्वारा रात्रि में ठंड को देखते हुए देवी देवताओं को भी चादर ओढ़ाया जा रहा है.
सुबह 10 बजे तक छाया रह रहा है कोहरा
ठंड के कारण सुबह 10 बजे तक घना कोहरा छाया रह रहा है. ऐसे में दोपहर में भी थोड़ी बहुत ही धूप मिल रही है. पूसा केंद्रीय विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो आगामी 15 जनवरी तक कपकपाने वाली ठंड बरकरार रहेगी. जिला प्रशासन ने 31 दिसंबर तक बच्चों के स्कूलों को बंद कर दिया है. बढ़ती ठंड के कारण सदर एवं मेडिकल कॉलेज में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है.
ठंड से बचने को अलाव का ले रहे सहारा
इधर, बढ़ते ठंड के कारण मुजफ्फरपुर में लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं. चौक-चौराहे पर लोग अलाव सेंककर ठंड से राहत ले रहे हैं. सांकेतिक तौर पर देवी-देवताओं को चादर ओढ़ाना बढ़ती ठंड का प्रमाण है. मुजफ्फरपुर में ठंड से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. गरीबस्थान के साथ अन्य मंदिरों में भी देवी-देवताओं को चादर ओढ़ाया जा रहा है. ऐसे में नए साल के जश्न में भी ठंड का असर दिखेगा. लोग इसकी तैयारी में जुट गए हैं.