पटना में Metro कार्य ने फिर पकड़ी रफ्तार, इस साल तक बन जाएगा यहां पर मेट्रो डिपो
पटना: राजधानी में मेट्रो(Metro) के भूमिगत स्टेशनों के निर्माण का काम तेज हो गया है. पटना मेट्रो रेल प्रोजेक्ट की प्राथमिकता वाले कॉरिडोर के एलिवेटेड हिस्से पर सिविल कार्य 30 प्रतिशत तक पूरा भी हो चुका है. यह काम अगले दो वर्षों में पूरा हो जाएगा. साथ ही यू-गार्डर की लॉन्चिंग भी शुरू कर दी गई है. प्रदेश सरकार की ओर आवश्यक भूमि सौंपे जाने के बाद मेट्रो कार्य ने गति पकड़ी है. वहीं पाटलिपुत्र आईएसबीटी के पास मेट्रो डिपो के पूरा होने की समयसीमा मार्च, 2025 है. इस डिपो को कुल 30.5 हेक्टेयर क्षेत्र में बनाने का प्रस्ताव है.
पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के निर्माण कार्यों की नोडल एजेंसी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के अफसरों के अनुसार, आकाशवाणी मेट्रो स्टेशन भारतीय नृत्य कला मंदिर और प्रसार भारती के पास बनेगा. इसमें तीन प्रवेश और निकास द्वार होंगे, जबकि कॉरिडोर-2 के अंतर्गत आकाशवाणी से राजेंद्र नगर तक मेट्रो भूमिगत चलेगी. इस आठ किमी लंबे खंड में छह भूमिगत स्टेशन होंगे, जिनमें तीन स्टेशन गांधी मैदान, पीएमसीएच और विश्वविद्यालय अशोक राजपथ पर होंगे. इसके बाद मोइनुल हक स्टेडियम और राजेंद्र नगर मेट्रो स्टेशन भी भूमिगत होंगे.
6.6 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और पाटलिपुत्र आईएसबीटी में 5 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे. खेमनीचक कॉरिडोर-1 (दानापुर-खेमनीचक) और कॉरिडोर-2 (पटना स्टेशन- पाटलिपुत्र आईएसबीटी) के बीच इंटरचेंजेबल स्टेशन होगा. इसमें एक ही लेवल पर दो प्लेटफार्म होंगे.
निर्माण के लिए ट्रैफिक डायवर्जन
फ्रेजर रोड में बनने वाले भूमिगत मेट्रो स्टेशन के निर्माण को लेकर ट्रैफिक डायवर्जन किया गया है. इसके लिए जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस से पिछले माह ही अनुमति मिल गई है. आम लोगों को निर्माण के दौरान परेशान न होना पड़े, इसके लिए साइनेज, स्ट्रीट लाइट, डिवाइडर और पैदल चलने का अलग से रास्ता बनाया गया है. साथ ही भूमिगत और ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों, पानी कनेक्शन और नाली आदि को शिफ्ट किया गया है.