Wednesday, November 6, 2024
Vaishali

शॉपिंग करते-करते अचानक शख्स को आया हार्ट अटैक, दुकान में ही खरीददारी कर रहे डॉक्टर ने यूं बचा ली जान

 

इन दिनों हार्ट अटैक जैसी घटनाएं बेहद आम होने लगी है कब, किसे, कहां दिल का दौरा पड़ जाए कहा नहीं जा सकता. अब तो बेहद कम उम्र के लोग भी हार्ट अटैक से पीड़ित होने लगे हैं ऐसी न जाने कितनी घटनाएं सामने आ चुकी है जब नाचते नाचते या फिर लोगों के बीच हँसी ठहाके लगाते लोगों को दिल का दौरा पड़ा और उनकी जान चली गई. ऐसे में अगर सबसे ज्यादा मददगार कुछ है तो वह है सीपीआर. जिसके जरिये दिल का दौरा पड़े लोगों को तुरंत मदद पहुंचाकर उनकी जान बचाई जा सकती है. ठीक वैसे ही जैसे शॉपिंग सेंटर में एक मरीज के साथ हुआ.

ट्विटर के @rohitdak पर एक वीडियो शेयर किया गया. जिसमें एक शख्स शापिंग सेंटर में अचानक बेहोश हो गया. दरअसल उन्हें हार्ट अटैक आया था. लेकिन तभी बगल में ही एक डॉक्टर भी खरीददारी कर रहे थे. जिन्होंने तुरंत CPR देकर उनकी जान बचा ली. वीडियो तो 3.58 लाख से ज्यादा व्यूज़ मिले.

शॉपिंग सेंटर में अचानक शख्स को आ गया हार्ट अटैक
मामला बेंगलुरू में आइकिया (IKEA) स्टोर का है. जहां खरीदारी करते-करते एक शख्स अचानक जमीन पर गिर गया और बेहोश हो गया.उन्हें दिल का दौरा पड़ा था. जिसके बाद वह होश में नहीं आ रहे थे. हो हंगामा मचा तो बगल की दुकान पर खरीदारी कर रहे एक शख्स दौड़े चले आए, जो पेशे से डॉक्टर थे. उन्होंने तुरंत बेहोश हुए शख्स को CPR देना शुरू किया और करीब 10 मिनट तक CPR देते रहे. काफी देर की मेहनत के बाद हार्ट अटैक आए शख्स ने अपनी आंखें खोलीं तो वहां मौजूद लोगों की जान में जान आई. वायरल वीडियो में दिख रहा है कि बेहोश पड़े शख्स के पास दो महिलाएं मौजूद है जो संभवत: उनका परिवार होंगी. सभी हैरान परेशान थे, लेकिन वहां मौजूद डॉक्टर ने भगवान की तरह उनकी मदद की.

शॉप में खरीदारी कर रहे डॉक्टर ने CPR देकर बचाई जान
वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर आया तुरंत वायरल होने लगा वीडियो पर कैप्शन में बताया गया. ‘मेरे पिताजी ने एक जान बचाई. यह सब बैंगलोर में हुआ है. यहां एक शख्स को अटैक आया था और उसकी नब्ज बंद हो रही थी. पिताजी ने उन पर 10 मिनट से ज्यादा काम किया और उनको होश में ले आए. ये शख्स भाग्यशाली रहे कि एक प्रशिक्षित आर्थोपेडिक सर्जन उनके बगल में ही शॉपिंग कर रहे थे’. ऐसी घटनाएं आजकल आम हो गई है ऐसे में उसी की जान बच पाती है जहाँ मरीज को तुरंत सीपीआर मिल जाता है. यही वजह है कि अभी स्कूलों में इसे बेसिक शिक्षा के तौर पर शामिल किए जाने की मांग ज़ोर शोर से उठने लगी है बहुत से यूज़र्स ने इस वीडियो पर भी ऐसी ही बातें लिखी हैं- गुड जॉब डाक्टर. सभी स्कूल-कॉलेजों में स्पोर्ट्स और समाज शास्त्र के साथ CPR एजुकेशन अनिवार्य करनी चाहिए.

Kunal Gupta
error: Content is protected !!