बिहार:नक्सल प्रभावित गांव में मिले भालू के बच्चे,देखने वालों की उमड़ी भीड़
मुंगेर. मुंगेर के नक्सल प्रभावित गांव में पिछले दो दिनों से भालू के दो बच्चों की मौजूदगी की सूचना मिल रही थी. जिसके बाद भालू के बच्चों को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही थी. हालांकि समय रहते वन विभाग की टीम को इसकी सूचना मिल गई. दोनों भालू के बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया.
दरअसल,मुंगेर जिला अंतर्गत धरहरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित गांव गोरैया में विगत दो दिनों से 2 भालू के बच्चों के मिलने की सूचना मिल रही थी. इसी सूचना के आधार पर धरहरा वन विभाग की टीम गौरैया गांव पहुंची. जहां इसी गांव के रहने वाले अजय कोड़ा के घर वन विभाग की टीम पहुंची और दोनों भालू के बच्चों को रेस्क्यू किया. पिछले दो दिनों से गांव में भालू के बच्चे की सूचना से पूरे दिन बच्चों और ग्रामीणों की भीड़ लगी रहती थी. इसी दौरान किसी ग्रामीण ने भालू के बच्चों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग की टीम को इस मामले की सूचना मिली. जिसके बाद टीम गौरैया गांव पहुंची और दोनों भालू के बच्चों को ग्रामीणों से मुक्त कराया. वहीं वन क्षेत्र पदाधिकारी जंग बहादुर राम ने बताया कि दोनों भालू के बच्चे अपने माता पिता से बिछड़ गए और लोगों की इतनी भीड़ को देखने के बाद काफी डरे हुए थे. भूख के चलते दोनों बच्चे चिल्ला रहे थे और परेशान भी नजर आ रहे थे. तब दोनों भालू के बच्चे को दूध पिलाया गया. तब जाकर भालू के बच्चों ने राहत की सांस
ली.
कई सालों बाद मुंगेर में दिखा भालू का बच्चा
धरहरा वन क्षेत्र में कार्यरत रेंजर ने बताया भालू के बच्चे को गौरैया गांव से सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है और वन विभाग की टीम अपने साथ लेकर आ गई है. वहीं उन्होंने आगे बताया कि कई वर्षों बाद इस क्षेत्र में भालू के बच्चों को देखा गया है. जिसकी सूचना वन विभाग के वरीय अधिकारियों को दे दी गई है.