बिहार का पहला एस्ट्रोनॉमी लैब:अब बच्चे टेलीस्कोप से देखेंगे कैसा है हमारा साैरमंडल चांद-ताराें के साथ अंतरिक्ष की दुनिया..
.भागलपुर नए साल के पहले दिन बिहार का पहला एस्ट्रोनॉमी लैब भागलपुर स्मार्ट सिटी ने शहर काे दिया। नगर आयुक्त याेगेश सागर ने राजकीय बालिका इंटर स्कूल में रविवार काे लैब का उद्घाटन किया। उन्हाेंने कहा कि इसकी तैयारी पहले से चल रही थी। स्कूलाें के मॉडर्नाइजेशन का काम भी चल रहा था। जिसमें डिजिटल पढ़ाई के लिए कंप्यूटर लैब तैयार था। लेकिन स्पेशल दिन नववर्ष का पहले से चुना गया था, ताकि सरप्राइज गिफ्ट शहरवासियों काे दिया जाए। इसलिए, नए साल में स्मार्ट सिटी की ओर से पहली शुरुआत बच्चाें के नाम की गई है।
बुलंदशहर के प्रसिद्ध वैज्ञानिक एसएस भटनागर की प्रेरणा से इस लैब काे शुरू किया गया है। 20 फीट लंबा व 20 फीट चाैड़ा लैब में करीब 10 लाख रुपए खर्च हुए हैं। जहां टेलीस्कोप भी लगाया गया है। इससे चांद पर किस तरह की मिट्टी या परत दिखती है, तारे कैसे दिखते हैं, यह दिखाए जाएंगे। बच्चे टेलीस्कोप से स्पेस के बारे में पूरी जानकारी ले सकेंगे। लैब सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक चलेगा। स्कूलाें के शिक्षकों की ओर से पहले से स्मार्ट सिटी की टीम काे सूचना दी जाएगी ताे बच्चाें के लिए पहले से तैयारी करके एक्सपर्ट उन्हें बताएंगे। उन्हें यह भी बताया जाएगा कि स्पेस की पढ़ाई में जाने से पहले क्या-क्या करना हाेगा।
10 कराेड़ रुपए से शहर के 5 स्कूलाें का मॉडर्नाइजेशन का काम चल रहा है
इस लैब में मुख्य रूप से स्पेस साइंस से बच्चाें काे कैसे जाेड़ा जाए, इस पर फाेकस किया गया है। इसके लिए इतिहास से भी जाेड़कर इसका नाम विक्रमशिला एस्ट्रोनॉमी लैब रखा गया है। यहां माैजूद एक्सपर्ट मुख्य रूप से स्पेस साइंस के बारे में बच्चाें काे बताएंगे। जैसे साेलर सिस्टम क्या है, स्टार, ग्लेक्सी, ब्लैक हाॅल क्या है। स्पेस में इसराे तक जाने के लिए क्या करना चाहिए। जिले के सभी स्कूलों के बच्चाें काे बुलाकर किसी विशेष दिन यहां जानकारी देंगे। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। इसके अलावा शहर में 10 कराेड़ से 5 स्कूलाें के मॉडर्नाइजेशन का काम चल रहा है। इनमें झुनझुनवाला आदर्श गर्ल्स हाईस्कूल, माेक्षदा गर्ल्स स्कूल, राजकीय सारहाे साहुन स्कूल, जिला स्कूल व राजकीय बालिका इंटर स्कूल शामिल हैं। उद्घाटन के दाैरान स्मार्ट सिटी के सीजीएम संदीप कुमार, मुकुल सिंह, पंकज कुमार, ज्ञान कुमार आदि माैजूद रहे।
लैब में यह रहेगी व्यवस्था
लैब में 82 तरह के छाेटे-बड़े उपकरण लगाए गए हैं
बच्चाें के समझने के लिए अलग-अलग माॅडल भी हैं
छाेटा-बड़ा अलग-अलग नक्शा और ग्लाेब भी रहेगा
सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक लैब खुला रहेगा
स्कूली बच्चाें काे दिखाने के लिए लिस्ट तैयार हाेगी