समस्तीपुर;बिना जेनरेटर लाइफ सपाेर्ट सिस्टम:बिजली जाते ही बंद हो जाता है सदर और अनुमंडलीय अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट
समस्तीपुर.कोरोना को लेकर देश स्तर पर अलर्ट जारी किया गया है। स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर तैयारी भी कर रही है। समस्तीपुर सदर अस्पताल समेत अनुमंडलीय अस्पताल पूसा, रोसड़ा, दलसिंहसराय और पटोरी में ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया था, ताकि लोगों को अबाध रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सके। ऑक्सीजन के कारण किसी की जान ना जाए ,लेकिन ऑक्सीजन प्लांट लाइन कटते ही बंद हो जाता है। मंगलवार को मॉक ड्रिल के दौरान ही बिजली के गुल हो जाने से ऑक्सीजन प्लांट बंद हो गया था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ऑक्सीजन प्लांट चलाने के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट को 250 केवी के जेनरेटर की जरूरत है। जबकि रोसड़ा और दलसिंहसराय को 100-100 केवी पटोरी को 200 केवी तथा पूसा अनुमंडलीय अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट चलाने के लिए 50 केवी के जेनरेटर की आवश्यकता है। सीएस डॉ एसके चौधरी ने बताया कि जेनरेटर को लेकर संचिका आगे बढ़ चुकी है, जल्द ही जेनरेटर की समस्या का समाधान हो जाएगा।
बड़े सिलेंडरों के माध्यम से बेड तक पहुंचाई जाएगी ऑक्सीजन
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ गिरीश कुमार बताते हैं कि विकट स्थिति से निपटने के लिए सदर अस्पताल में 50 किलो की क्षमता वाले बड़े 50 से अधिक सिलेंडर की व्यवस्था है। जिसे सेंट्रल पाइप लाइन के जरिए आपूर्ति की व्यवस्था की गई है । अगर ऑक्सीजन प्लांट की बिजली चली जाती है तो भी हम मरीजों को उक्त सिलेंडर के माध्यम से अवैध रूप से ऑक्सीजन पहुंचा सकेंगे। कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से मौत के बाद समस्तीपुर सदर अस्पताल के अलावा अनुमंडलीय अस्पताल पूसा, पटोरी, दलसिंहसराय और रोसड़ा में ऑक्सीजन प्लांट अलग-अलग क्षमता के लगाए गए थे।
पाइपलाइन से सीधा बेड तक पहुंचाया गया
ऑक्सीजन प्लांट से पाइप लाइन के माध्यम से सदर अस्पताल के बेडाें पर ऑक्सीजन मरीजों को देने की व्यवस्था की गई है। लेकिन यह व्यवस्था तब सुचारू रूप से चल सकता है जब ऑक्सीजन प्लांट चलता रहेगा, बिजली कटने से प्लांट बंद होते सप्लाई बंद हो जाएगी।
^सदर अस्पताल समेत अनुमंडलीय अस्पताल पूसा पटोरी दलसिंहसराय और रोसड़ा अनुमंडलीय अस्पताल के लिए अलग-अलग केवीए का जेनरेटर खरीद को लेकर राज्य मुख्यालय से पत्राचार किया गया था। इसे टेंडर के माध्यम से खरीद की जानी है, जिसको लेकर टेंडर की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है। टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण होते ही ऑक्सीजन प्लांट ओं के लिए जनरेटर की खरीद कर ली जाएगी।
– डॉ. एसके चौधरी, सीएस