समस्तीपुर;स्टीम इंजन कबाड़ी को बेचने के मामले में एक बर्खास्त,मास्टरमांइड को नोएडा से गिरफ्तार..
समस्तीपुर। समस्तीपुर रेलमंडल के पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के समीप से भी स्टीम इंजन स्क्रैप चोरी मामले में आरपीएफ लोको शेड के तत्कालीन ओपी प्रभारी सह दारोगा बीरेंद्र कुमार द्विवेदी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
आरपीएफ आईजी ने जांच के क्रम में 23 नवंबर को यह कार्रवाई की है। इसमें आठ पर मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, लंबी अवधि की जांच के बाद भी स्क्रैप बरामद नहीं हो सका।
इस मामले में रेल मंडल के सहायक मंडल यांत्रिक अभियंता (एडीएमई) कुमार कृष्णा शंकर, सीनियर सेक्शन इंजीनियर राजीव रंजन झा, स्क्रैप ठेकेदार नीरज ढनढ़निया, मुंशी रामपदार्थ शर्मा और ट्रक ड्राइवर शिशुपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया था।
हेल्पर सुशील यादव ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। जबकि आरपीएफ दारोगा बीरेंद्र कुमार द्विवेदी विभागीय जांच के क्रम में पूर्व में निलंबित किया गया था। फिलहाल, एडीएमई को छोड़कर सभी लोग जमानत पर हैं।
ये था मामला
14 दिसंबर 2021 को समस्तीपुर डीजल शेड के सीनियर सेक्शन इंजीनियर राजीव रंजन झा को हेल्पर सुशील यादव के साथ पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास वर्षों से खड़े पुराने स्टीम इंजन को गैस कटर से कटवाकर समस्तीपुर लोको शेड में लाना था।
स्क्रैप को ट्रक पर लोड कर लाते समय पूर्णिया आरपीएफ आउट पोस्ट के तत्कालीन प्रभारी एमएम रहमान ने रोका तो इंजीनियर ने डीजल शेड के डीएमई का पत्र दिखाते हुए लिखित रूप से मेमो दिया। बताया कि इंजन का स्क्रैप वापस डीजल शेड ले जाना है। वहां से जाने की अनुमति मिल गई।
अगले दिन पूरे मामले का पर्दाफाश नहीं हो इसके लिए समस्तीपुर डीजल शेड पोस्ट पर कार्यरत आरपीएफ दारोगा की मिलीभगत से शेड के आवक रजिस्टर पर स्क्रैप लदे वाहन के अंदर प्रवेश करने संबंधी एंट्री भी करवा दी गई।
लेकिन आन ड्यूटी सिपाही संगीता कुमारी ने इसकी शिकायत कर दी थी। इसके बाद पूरे मामले की जांच कराने के बाद इंजन बेचने का पर्दाफाश हो गया। पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के आरपीएफ दारोगा एमएम रहमान के बयान पर मंडल के बनमनकी पोस्ट पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
मास्टरमाइंड को नोएडा से किया था गिरफ्तार
समस्तीपुर रेल मंडल के पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के समीप से स्टीम इंजन स्क्रैप चोरी मामले में आरपीएफ को लंबे समय के बाद बड़ी सफलता मिली थी। इस मामले में करीब छह महीने तक फरार रहे मुख्य आरोपित सीनियर सेक्शन इंजीनियर राजीव रंजन झा को बीते जून माह में नोएडा से गिरफ्तार किया गया था।
आरपीएफ आईजी एस मयंक ने बताया था कि इंजीनियर को नोएडा से गिरफ्तार किया गया। इसी मामले में आरोपी हेल्पर सुशील यादव ने पूर्व में खगड़िया रेलवे न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था। आरपीएफ ने हेल्पर सुशील को रिमांड पर लिया था; जिसके बाद उससे हुई पूछताछ में कई सुराग मिले थे।