बिहार के अस्पतालों में दूर होगी दवाओं और उपकरणों की कमी, खर्च होंगे सवा अरब रुपए..
पटना।
स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के निर्देश के बाद बिहार के जिला अस्पतालों की सूरत बदलने वाली है। व्यवस्था में बदलाव के लिए 17 सूत्री कार्यों को अंजाम दिया गया है। इससे अस्पतालों में दवाओं और उपकरणों की कमी नहीं होगी।
पटना, राज्य ब्यूरो। मिशन 60 के तहत स्वास्थ्य प्रक्षेत्र में किए गए बदलाव के बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में दवा और उपकरणों की किल्लत दूर करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के निर्देश के बाद विभाग ने प्रदेश के अस्पतालों में दवाओं और उपकरणों की आपूर्ति के लिए सवा अरब रुपए स्वीकृत कर दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद जिला अस्पतालों की व्यवस्था में बदलाव के लिए 17 सूत्री कार्यों को अंजाम दिया गया। सरकार का विशेष फोकस अस्पतालों में उपकरण और दवाओं की कमी को दूर करने के साथ डाक्टर और पारा मेडिकल स्टाफ की सात दिन 24 घंटे उपस्थिति पर था।
मिशन की मियाद पूरी होने के साथ ही जिलों से दवाओं और उपकरणों के लिए प्रस्ताव सरकार को मिले। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिलों की मांग की पूर्ति का जिम्मा बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम (बीएमएसआइसीएल) को सौंपा।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीएमएसआइसीएल ने जिलों के प्रस्ताव का आकलन करने के बाद विभाग से 120 करोड़ रुपये की मांग की थी। जिसे स्वीकृत कर दिया गया है। साथ ही विभाग ने राशि स्वीकृति का आदेश भी जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार दवा व उपकरण मद में कुल 120.60 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं।
स्वीकृत राशि का 70 प्रतिशत हिस्सा बीएमएसआइसीएल को जाएगा शेष 30 प्रतिशत हिस्सा प्रदेश के सरकारी मेडिकल कालेज अस्पतालों को जाएगा। विभाग का दावा है कि स्वीकृत राशि से अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाओं की खरीद कम से कम अगले छह महीने के लिए होगी। साथ ही अस्पतालों में जिन उपकरणों की कमी है उनकी भी आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।