कोसी व मिथिलांचल की घट जाएगी दूरी:2023 में शुरू होगा हसनपुर-बिथान के बीच 11 किलोमीटर में ट्रेनों का परिचालन
समस्तीपुर.मिथिलांचल की ड्रीम प्रोजेक्ट हसनपुर-सकरी रेल परियोजना में हसनपुर-बिथान के बीच 11 किलोमीटर में रेलवे लाइन बिछाने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हो गया है। मार्च 2023 से हसनपुर- बिथान के बीच ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा। हसनपुर-बिथान के बीच ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए जमीन काे समतल कर ट्रैक लिंकिंग का कार्य चल रहा है। माना जा रहा है कि जनवरी महीने से दोनों स्टेशनों के बीच ब्लास्ट गिराने के लिए माल ट्रेन चलने लगेगी। इसके बाद सीआरएस का निरीक्षण होगा। निरीक्षण में आेके मिलने के बाद इस खंड पर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।
50 सालों से लोग इस खंड पर ट्रेन सेवा शुरू करने का इंतजार कर रहे हैं। रेलवे के निर्माण विभाग के डिप्टी चीफ इंजीनियर मिंटू कुमार ने बताया कि अगले वर्ष मार्च के अंत तक हसनपुर- बिथान के बीच ट्रेन सेवा शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद बिथान- कौराही हॉल्ट के बीच कार्य पूरा कर कौराही-कुशेश्वर स्थान (बाबा की नगरी) तक वर्ष 2023 के अंत तक रेलवे लाइन पहुंच जाएगी। गौरतलब है कि चालू वित्तीय वर्ष में इस योजना को 5 करोड़ रुपए मिले थे। राशि मिलने के बाद योजना में तेजी आयी है। इस योजना के पूरा होने पर मिथिलांचल के इस इलाके में विकास के द्वार खुलेंगे। वहीं कोसी व मिथिलांचल की दूरी घट जाएगी। रेलवे लाइन से समस्तीपुर के अलावा खगड़िया व दरभंगा के लोगों को लाभ मिलेगा।
इस वित्तीय वर्ष में ~50 करोड़ मिले हैं, जिससे होगा काम
1951 में योजना के लिए जांच की गई। 1953 में रेलवे बोर्ड ने कहा कि बाढ़ के इलाके में यह संभव नहीं। 1972 में तत्कालीन रेलमंत्री स्व. ललित नारायण मिश्रा ने सर्वे की घोषणा की। इसी बीच समस्तीपुर स्टेशन पर बम विस्फोट में ललित बाबू की हत्या हो गई। इसके बाद इस योजना की फाइल बंद कर दी गई। 1997 में रेल मंत्री रामविलास पासवान ने इस योजना को मिथिलांचल के विकास के लिये जरूरी बताते हुए पुन: खोली व फंड उपलब्ध कराकर शिलान्यास किया। उसके बाद कई वर्षों तक इस योजना को राशि नहीं मिली। लालू प्रसाद के रेल मंत्री बनने पर इस योजना को फंड मिलना शुरू हुआ। इस वित्तीय वर्ष में 50 करोड़ रुपये मिले हैं जिससे काम को कराया जाएगा।
सकरी से हरनगर तक रेलवे लाइन का निर्माण कार्य पूरा
योजना पर दो चारणों में काम चल रहा है। इसके लिए अलग-अगल उप मुख्य अभियंता काम कर रहे हैं। पहले चरण में सकरी से कुशेश्वर स्थान के कार्य काे बांटा गया है। इस ओर पर सकरी से हरनगर तक रेलवे लाइन का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। ट्रेन हरनगर तक चल भी रही है। हरनगर से कुशेश्वरस्थान के बीच दरभंगा के तत्कालीन डीएफओ दीगंबर ठाकुर द्वारा दिसंबर 2008 में आपत्ति के बाद कुशेश्वर स्थान पक्षी विहार के पास रेलवे लाइन के निर्माण पर रोक लगी हुई है। दूसरे चरण में कार्य हसनपुर-कुशेश्वरस्थान की ओर चल रहा है। इस योजना के तहत हसनपुर, बिथान, कौराही, विरौल, कुशेश्वरस्थान, हरनगर, नेडली, बेनीपुर, जगदीशपुर व सकरी को स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है।
^हसनपुर-बिथान 11 किलोमीटर में मिट्टी का कार्य पूरा करने के बाद ट्रैक लिंकिंग का कार्य चल रहा है। मार्च 2023 तक 11 किलोमीटर में रेलवे सेवा शुरू करने का लक्ष्य है। वैसे जनवरी से ब्लास्ट ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।
-मिंटू कुमार, उपमुख्य अभियंता, रेलवे निर्माण विभाग