अच्छी खबर:दलसिंहसराय-विद्यापतिनगर स्टेशन जुड़ेंगे बाइपास लाइन से,हाजीपुर जाना होगा आसान.
अच्छी खबर:दलसिंहसराय-विद्यापतिनगर।दलसिंहसराय व विद्यापतिनगर के लोगों के लिए अच्छी खबर है। बहुत जल्द दलसिंहसराय व विद्यापतिनगर स्टेशन आपस से सीधा जुड़ जाएंगे। रेलवे ने इस दोनों स्टेशन को आपस में जोड़ने के लिए केवटा गांव के पास से 10.372 किलाेमीटर में बाइपास रेललाइन निर्माण का सर्वे कार्य पूरा कर लिया है। आईआईटी रुड़की की कंसल्टेंट इलाइट नामक कंपनी ने सर्वे का कार्य पूरा कर अपनी रिपोर्ट जीएम कार्यालय को समीट कर दिया है। सर्वे में इस योजना के निर्माण पर 284.23 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है।
दोनों स्टेशन के बीच रेलवे गुमटी नहीं होगा। एक बलान नदी पर बड़ा पुल के अलावा चार छोटे पुलिया तथा 10 सब-वे होगा। रेलवे लाइन बिछाने के लिए 126 एकड़ जमीन की जरूरत होगी। जिसे खरीदने के लिए 93 करोड़ रुपए का अनुमान लगाया गया है। दलसिंहसराय- विद्यापतिनगर बाइपास निर्माण से दो रेलखंड समस्तीपुर-बरौनी व हाजीपुर बरौनी आपस में जुड़ जाएंगे। यात्री के अलावा कारोबारियों को लाभ मिलेगा। समीट किए गए सर्वे रिपोर्ट में बाइपास लाइन बिछाने के लिए कुल 126 एकड़ भूमि की जरूरत होगी। जिसे रेलवे द्वारा सिविल लोगों से खरीदी जाएगी। जमीन खरीदने में रेलवे को करीब 93 करोड़ रुपए की जरूरत होगी।
लंबी दूरी की महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव होगा
आईआईटी रुड़की कंसल्टेंट इलाइट नामक कंपनी के 10 लोगों की टीम ने इंजीनियर सोनू प्रसाद के नेतृत्व में शशांक जैन, अब्दुल कादिर, सैदाव गौड़, अरविंद्र कुमार आदि ने चार सालों में सर्वे का कार्य पूरा किया। सर्वे रिपोर्ट गत महीना महाप्रबंधक कार्यालय को समीट किया गया है। चीफ इंजीनियर ने इसे स्वीकृति प्रदान कर दी है। अभी योजना जीएम स्तर पर होल्ड है। माना जा रहा है कि इसे अगामी बजट के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है। इस योजना को पूरा करने के लिए सर्वे में सिविल वर्क पर कुल राशि में से 247.27 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा इलेक्ट्रीक वर्क पर 10 करोंड, टीआरडी पर 13 करोड़ एनएनटी पर 22 करोड़ रुपए खर्च का अनुमान लगाया गया है। दोनों स्टेशन के बीच बाइपास निर्माण के साथ ही दोनों स्टेशन जंक्शन स्टेशन के रूप में विकसित होगा। इससे दोनों स्टेशन पर भविष्य में लंबी दूरी की महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव भी मिलेगा।
^सर्वे कंपनी द्वारा समीट की गई रिपोर्ट पर अभी अध्ययन चल रहा है। अध्ययन उपरांत इसे रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी। रेलवे बोर्ड की स्वीकृति मिलने के बाद बाइपास निर्माण कार्य शुरू होगा।
– विरेंद्र कुमार, मुख्य सूचना पदाधिकारी, हाजीपुर