15 फरवरी तक धान की होगी खरीदारी, इस साल सामान्य धान 2040 रुपए और ए ग्रेड धान की कीमत 2060 रुपए प्रति क्विंटल.
समस्तीपुर।
जिले में अगात रोपे गए धान की कटाई शुरू कर दी गई है। वहीं विभागीय आदेश के अनुसार डीएम के निर्देश पर जिला में एक नवंबर मंगलवार से इसकी अधिप्राप्ति को लेकर प्रशासनिक तैयारी भी पूरी कर ली गई है। जिले में 311 पैक्स व 11 व्यापार मंडल का चयन धान की अधिप्राप्ति के लिए किया गया है। बताया जाता है कि इस बार धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य बीते वर्ष की तुलना में 100 रुपए ज्यादा है। बीते वर्ष सामान्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1940 व ए ग्रेड धान का मूल्य 1960 रुपए दिया गया था। वहीं इस बार सामान्य धान का समर्थन मूल्य 2040 व ए ग्रेड धान की कीमत 2060 रुपए प्रति क्विंटल दी जाएगी। बताया गया कि किसानों को पैक्सों व व्यापार मंडल पर धान अधिप्राप्ति के 48 घंटे के अंदर भुगतान कर दिया जाएगा। इसको लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी करते हुए प्रत्येक पैक्स में धान भंडारण की जगह सुनिश्चित करते हुए सभी चयनित पैक्स को धान खरीद के लिए कैश क्रेडिट दिया गया है। वहीं कृषि विभाग के पोर्टल पर अब तक 12 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है।
पैक्सों और व्यापार मंडल पर धान अधिप्राप्ति के 48 घंटे के अंदर हाेगा भुगतान
45 लाख एमटी धान की अधिप्राप्ति है राज्य सरकार का लक्ष्य
इस वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार ने किसानों से 45 लाख एमटी धान की अधिप्राप्ति का लक्ष्य निर्धारित किया है। जबकि अभी तक जिलावार लक्ष्य तय नहीं हुआ है। जिला के सभी पैक्सों व व्यापार मंडल पर एक नवंबर 2022 से 15 फरवरी 2023 तक धान अधिप्राप्ति कर लक्ष्य की प्राप्ति करनी है।
11 व्यापार मंडल व 311 पैक्सों पर की जाएगी धान की खरीदारी
जिले के 311 पैक्स व 11 व्यापार मंडल पर जिला में धान की खरीद होगी। अधिप्राप्ति को लेकर बीते वर्ष से कम लक्ष्य नहीं होगा। हालांकि जल्द ही विभागीय लक्ष्य प्राप्त हो जाएगा। बताया गया कि पिछले साल जिले में 45 हजार मीट्रिक टन धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य तय था जिसे पूरा किया गया था।
^जिले के 311 पैक्स व 11 व्यापार मंडल पर धान अधिप्राप्ति को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। जहां पैक्सों में भंडारण की जगह तय कर ली गई है वहीं उन्हें खरीद के लिए कैश क्रेडिट दिया गया है। इस बार सामान्य धान का 2040 रुपए व ए ग्रेड का 2060 रुपए समर्थन मूल्य मिलेगा जो बीते वर्ष से 100 रुपए अधिक है। -सफदर रहमान, जिला सहकारिता पदाधिकारी