सहरसा की लक्ष्मी ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर फहराया तिरंगा, 2024 में करेंगी एवरेस्ट पर चढ़ाई
प्रतिभा के धनी बिहार के लोगों ने कई क्षेत्रों में अपना परचम लहराया है. इसी क्रम में अब सहरसा जिले के कहरा प्रखंड अंतर्गत बनगांव की एक बेटी ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है. स्व विनोद झा व माता सरिता देवी की बेटी लक्ष्मी ने नेपाल स्थित काला पत्थर पिक व माउंट एवरेस्ट के बेस कैंप पर तिरंगा लहराया. लक्ष्मी ऐसा करने वाली बिहार की पहली बेटी बनी हैं.
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की तैयारी कर रही लक्ष्मी
नौ दिनों की लंबी चढ़ाई करने के बाद लक्ष्मी को यह सफलता मिली है. लक्ष्मी के इस कामयाबी से उसके जिले और राज्य के लोग काफी गौरवान्वित है. लक्ष्मी अभी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की तैयारी कर रही है. अत्यंत गरीब परिवार में पली-बढ़ी लक्ष्मी ने जो यह मुकाम हासिल किया है, वह दूसरों के लिए नजीर है, दूसरे के घरों में काम कर मां सरिता देवी ने अपने चार बच्चों में सबसे छोटी पुत्री लक्ष्मी को इस काबिल बनाया कि आज वह माउंट एवरेस्ट फतह करने की तैयारी कर रही है.
नेपाल के थमदादा से शुरू की चढ़ाई
लक्ष्मी ने बताया कि नौ नवंबर को नेपाल के थमदादा से उसने चढ़ाई शुरू की थी. 5550 मीटर काला पत्थर की चढ़ाई के बाद उन्होंने दूसरी तरफ 5536 मीटर एवरेस्ट बेस कैंप की चढ़ाई की. इसमें उसे नौ दिन का समय लगा. इसके बाद वापस आने में तीन दिन का समय लगा. उन्होंने बताया कि एसआइएस कंपनी के निदेशक रविंद्र किशोर सिंघा उसकी प्रेरणा का स्रोत है. उन्होंने ही उसे इस लायक बनाया. कंपनी के निदेशक ने उसकी काबिलियत देख उसका नामाकंन नेहरू इंस्टीट्यूट उत्तराखंड मैं कराया है. जहां उसने एक वर्ष तक इसकी पूरी ट्रेनिंग ली.
2024 में करेंगी एवरेस्ट की चढ़ाई
लक्ष्मी ने ट्रेनिंग ट्रेनिंग लेने के बाद छोटे- छोटे पर्वतों पर चढ़ाई करने के बाद उसे काला पत्थर व एवरेस्ट के लिए चयनित किया गया. जिसे उसने सफलतापूर्वक पूरा किया. लक्ष्मी ने बताया कि 2024 में वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने की तैयारी कर रही है.