Positive Story: पिता को पुलिस वाले ने जड़ा थप्पड़,जज बनकर बेटे ने लिया ‘बदला;देखे पुरा मामला..
Positive Story: सहरसा: बेटे के सामने एक पुलिस वाले ने पिता को थप्पड़ जड़ दिया. यह बात बेटे को दिल पर लगी और आज उसी लड़के ने जज बनकर इसका बदला ले लिया है. यह बात आपको फिल्मी लगेगी लेकिन सच्चाई यही है. कहते हैं न कि अगर कोई बात दिल से लग जाए तो इंसान कुछ भी कर गुजर जाता है. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है बिहार के सहरसा के लाल कमलेश कुमार उर्फ कमल यादव ने जिसकी खूब चर्चा हो रही है. गांव के लोग भी खुश हैं और जश्न का माहौल है.Positive Story
मूल रूप से सहरसा जिले के नवहट्टा प्रखंड की सत्तोर पंचायत के बरुवाही वार्ड नं 12 के रहने वाले कमलेश यादव ने दिल्ली में रहकर लॉ की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद न्यायिक सेवा में 64वीं रैंक लाकर जज बनने में सफलता मिली है. इसके पीछे उनके पिता चंद्रशेखर यादव का बहुत बड़ा योगदान है. इसके पीछे की कहानी भी दिल को छूने वाली है. कमलेश के पिता दिल्ली में झुग्गी झोपड़ी में रहते हुए छोले भटूरे की दुकान चलाते थे. इसी तरह अपने बेटे को पढ़ाया और आज इस काबिल बना दिया कि पुलिस वाले सैल्यूट करेंगे.Positive Story
बेटे को आया था गुस्सा
आइए जानते हैं कि आखिर पूरी कहानी क्या है. कहते हैं कि एक बार दिल्ली में कमलेश के पिता को एक पुलिस वाले ने थप्पड़ जड़ दिया था. इस पर कमलेश को बहुत गुस्सा आया था. कमलेश के पिता ने अपने बेटे से यह कहा कि पुलिस वाले जज को सैल्यूट करते हैं. इस पर कमलेश ने जज बनने की ठान ली और कड़ी मेहनत कर इसके लिए लग गया. आज रिजल्ट सबके सामने है. कमलेश की सफलता पर आज उसके पूरे गांव में खुशी का माहौल है.Positive Story
कमलेश के चाचा ने बताई पूरी बात
गांव में रहने वाले कमलेश के चाचा ने बताया कि आज से कई वर्ष पहले कमलेश के पिता रोजगार की तलाश में दिल्ली चले गए थे. वहां उन्होंने एक झुग्गी झोपड़ी ली और छोले भटूरे की दुकान खोल दी. कुछ दिनों बाद 1992 में कमलेश के पिता गांव आए और अपने परिवार को लेकर दिल्ली चले गए. कुछ दिन बाद ही दिल्ली सरकार के आदेश पर अतिक्रमित झुग्गी झोपड़ी को हटा दिया गया. इसके बाद एक किराए का मकान लेकर पूरा परिवार रहने लगा था.Positive Story
चाचा ने कहा कि कमलेश जब चार साल का था तो वो छोले भटूरे की दुकान में पिता का हाथ बटाता था. एक दिन उसके पिता से एक पुलिस वाले की झड़प हुई और पुलिस वाले ने कमलेश के सामने उसके पिता को थप्पड़ जड़ दिया. यह सब देख कमलेश को काफी दुख हुआ. फिर क्या था उसने ठान लिया था और आगे जाकर लॉ की पढ़ाई की फिर ये सफलता मिली.