Tuesday, November 26, 2024
Vaishali

Maithili Thakur; मैथिली को बनाया गया बिहार खादी हस्तशिल्प और हैंडलूम का ब्रांड एंबेसडर,करेंगी प्रचार..

Maithili Thakur प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर को उद्योग विभाग की ओर से बिहार के खादी, हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों के प्रचार-प्रसार के लिए ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है. बिहार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ और उद्योग विभाग के प्रधान सचिव संदीप पौण्डरीक ने लोक गायिका मैथिली ठाकुर को बिहार खादी हैंडलूम और हस्तशिल्प का ब्रांड एंबेसडर बनने पर बधाई दी है. बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के परिसर में आयोजित सादे समारोह में बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार और उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान के निदेशक विवेक रंजन ने मैथिली ठाकुर(Maithili Thakur) को ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने संबंधी प्रपत्र सौंपा. इस अवसर पर बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार ने बताया कि खादी को युवाओं से जोड़ने के लिए बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा कई नई योजनाएं बनाई जा रही हैं.

युवाओं को जागरूक करेंगी मैथिली ठाकुर
मैथिली ठाकुर (Maithili Thakur)को बिहार के खादी हस्तशिल्प और हथकरघा उत्पादों का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने से युवाओं का रुझान बिहार के वस्त्रों और बिहार के हस्तशिल्प के संबंध में बढ़ेगा. इससे प्रदेश की संस्कृति का प्रचार-प्रसार तो होगा ही, खादी हस्तशिल्प और हथकरघा के क्षेत्र में सक्रिय लाखों बुनकरों, कारीगरों और कातिनों को भी लाभ मिलेगा. हथकरघा एवं रेशम निदेशालय के निदेशक विवेक रंजन ने कहा कि हथकरघा और हस्तशिल्प के विकास में मार्केटिंग की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है. मैथिली (Maithili Thakur) के ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर युवाओं का रुझान बिहार के उत्पादों के प्रति बढ़ेगा. ब्रांड एंबेसडर के रूप में मैथिली ठाकुर नियमित तौर पर खादी मॉल बिहार एंपोरियम हैंडलूम हाट तथा उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान का भ्रमण करेंगी.

मैथिली ठाकुर

 

उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान में गयी मैथिली ठाकुर

बिहार खादी हैंडलूम और हस्तशिल्प का ब्रांड एंबेसडर बनने के बाद मैथिली ठाकुर (Maithili Thakur) उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान में गई, जहां उनका स्वागत संस्थान के निदेशक विवेक रंजन ने किया. संस्थान में भ्रमण करने के बाद उन्होंने कहा कि उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान अद्वितीय है, जहां कलाकारों को 17 विधाओं में नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है. इसका संग्रहालय भी काफी बेहतर है. सभी को नियमित अंतराल पर उपेंद्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान का भ्रमण करना चाहिए. बिहार की कला और संस्कृति काफी समृद्ध है. युवाओं को अपनी संस्कृति और सभ्यता से जुड़े रहना जरूरी है. मैथिली ठाकुर (Maithili Thakur) के साथ उनके गुरु और पिता रमेश ठाकुर, ऋषभ ठाकुर, लोक गायिका नीतू नवगीत, समीर परिमल, अविनाश झा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे.

मैथिली ठाकुर ने कहा-बढ़ गई जिम्मेदारी

बिहार खादी हैंडलूम और हस्तशिल्प का ब्रांड एंबेसडर बनने के बाद मैथिली ठाकुर ने कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है. मुझे बिहार की संस्थाओं के लिए काम करने का मौका मिला है. बिहार के उत्पादों का प्रचार मैं पहले भी करती रही हूं. आगे भी करती रहूंगी.(Maithili Thakur) लेकिन ऑफिशियल ब्रांड एंबेसडर बनने से मेरी जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है. मेरी कोशिश होगी कि मैं युवाओं को बिहार के खादी, हैंडलूम और हस्तशिल्प से जोड़ने का काम करूंगी. खादी मॉल के प्रोडक्ट काफी बेहतर हैं. हैंडलूम हाट और बिहार एंपोरियम में भी अच्छे-अच्छे हस्तशिल्प और हैंडलूम के प्रोडक्ट मौजूद हैं. मैं खुद भी यहां के प्रोडक्ट खरीदूंगी और इन अच्छे प्रोडक्ट के बारे में युवाओं को जानकारी दूंगी.

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