digital marketing;डिजिटल मार्केटिंग क्या है,कैसे की जाती है marketing,2030 तक भारत मे 9 करोड़ रोजगार..
digital marketing internet,,डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट पर डिजिटल तकनीकों के इस्तेमाल में आने वाले प्रोडक्ट या सेवाओं की मार्केटिंग होती है। इसमें मोबाइल फोन ऐप्स के जरिए डिस्प्ले एडवरटाइजिंग और अन्य किसी भी डिजिटल माध्यम का इस्तेमाल शामिल है। आज का युग ऑनलाइन है, जैसे ऑनलाइन शॉपिंग, टिकट बुकिंग, रिचार्ज, बिल भुगतान, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन आदि जैसे कई काम हम इंटरनेट(digital marketing )के जरिए आराम से घर बैठे-बैठे कर सकते हैं।
सोशल मीडिया: सोशल मीडिया कई प्रकार की वेबसाइटों जैसे Facebook, Twitter, Instagram, LinkedIn आदि से मिलकर बना है। सोशल मीडिया के माध्यम से व्यक्ति अपने विचारों, भावों को हजारों लोगों के सामने रख सकता है। जैसा कि आप सब ने देखा होगा कि जब हम ये साइटों(digital marketing) को देखते हैं, तो इस पर थोड़ी-थोड़ी देर में विज्ञापन दिखते हैं यह विज्ञापन आपकी पसंद से जुड़े हो भी सकते हैं और नहीं भी।
ईमेल मार्केटिंग: ईमेल मार्केटिंग(digital marketing ) हर प्रकार से हर कंपनी के लिए आवश्यक है क्योंकि कोई भी कंपनी नये प्रस्ताव और छूट ग्राहकों को समय अनुसार इसके द्वारा देते हैं जिसके लिए ईमेल मार्केटिंग, डिजिटल विपणन का एक सुगम रास्ता है। किसी भी कंपनी द्वारा अपने उत्पादों को ईमेल द्वारा पहुंचाने को ईमेल मार्केटिंग कहते है।
यूट्यूब चैनल: यूट्यूब, सोशल मीडिया मार्केटिंग का एक ऐसा माध्यम है जिसमे उत्पादक अपने प्रोडक्ट्स को लोगों के सामने सीधा पहुंचा सकता है।
एफिलिएट मार्केटिंग: वेबसाइट, ब्लॉग और लिंक्स के माध्यम से उत्पादों के विज्ञापन करने को एफिलिएट मार्केटिंग (digital marketing)कहा जाता है। इसके अन्तर्गत आप अपना लिंक बना कर अपने उत्पाद को उस लिंक पर अपलोड करते हैं। जब ग्राहक उस लिंक द्वारा आपका उत्पाद खरीदता है तो आपको उस पर मेहनताना मिलता है।
एप्स मार्केटिंग: इंटरनेट पर अलग-अलग प्रकार के एप्स बनाकर लोगों तक पहुंचने और उन एप्स द्वारा अपने उत्पाद का प्रचार करने को ही एप्स मार्केटिंग(digital marketing ) कहते हैं । आजकल बड़ी संख्या में लोग स्मार्टफोन्स का उपयोग कर रहे हैं। बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने एप्स बनाती हैं और एप्स को लोगों तक पहुंचाती है।
डिजिटल मार्केटिंग की उपयोगिताएं
डिजिटल मार्केटिंग की उपयोगिता के बारे में हम आप को बता रहे हैं –
आप अपनी वेबसाइट पर ब्रोशर बनाकर उस पर अपने उत्पाद का विज्ञापन लोगों के लेटेर-बॉक्स पर भेज सकते हैं। कितने लोग आपको देख रहे हैं यह भी पता लगाया जा सकता है।
वेबसाइट ट्रेफ़िक- सबसे ज्यादा दर्शकों की भीड़ किस वेबसाइट(
digital marketing ) पर है – पहले ये आप जान ले , फिर उस वेबसाइट पर अपना विज्ञापन डाल दें ताकी आपको अधिक लोग देख सकें ।
एट्रीब्यूशन मॉडलिंग – इसके द्वारा आप यह पता कर सकते है की आजकल लोग किस उत्पाद में रुचि ले रहे हैं या किन-किन विज्ञापनों को देख रहे हैं ।
आप अपने उपभोक्ता से किस प्रकार सम्पर्क बना रहे हैं यह विषय महत्वपूर्ण है। आप उनकी आवश्यक्ता के साथ पसंद का भी ध्यान रख सकते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग क्यो है जरूरी ।
आज के समय में जहा लोगो की पसंद हर सेकंड बदलती है वहां हमें मार्केटिंग(digital marketing ) के तरीके भी वही अपनाने चाहिए जिन्हे हम लोगो की पसंद के हिसाब से किसी भी समय बदल सकें। क्योंकि इससे एक तो मार्केटर का पैसा बचेगा और ज़्यादा टार्गेटेड ऑडियंस भी मिलेगी और जिससे आपके बिज़नेस का ROI भी बढ़ेगा। जैसे के हम पहले मार्केटिंग में हम स्ट्रेटेजी बनाते थे और उस पर अमल करते थे और इंतज़ार करते थे कुछ दिनों का और लोगो के रिएक्शन से जज करते थे के हमारी मार्केटिंग सफल हुई या नहीं परन्तु अब हमे इतने दिन इंतज़ार की कोई ज़रुरत नहीं क्युकी हम रियल टाइम में लोगो का रिस्पांस ट्रैक कर सकते है और हर दिन नयी स्ट्रेटेजी के हिसाब से अपनी मार्केटिंग स्ट्रेटेजीज में बदलाव कर सकते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग का लाभ
Digital Marketing के लाभ जानने भी आवश्यक हैं, जो इस प्रकार हैं:
यह बहुत कम पैसों में की जा सकती है। इसे आप 100 या 1,000 रुपए से भी शुरू कर सकते हैं।
यह हम सिर्फ और सिर्फ उन्हीं लोगों तक अपने विज्ञापनों को पहुंचा सकते हैं जिन्हें हमारे प्रोडक्ट्स या फिर सर्विसेज की जरूरत है। जबकि ट्रेडिशनल मार्केटिंग(digital marketing )में ऐसा संभव नहीं है।
डिजिटल मार्केटिंग करने में आसान है।
साथ ही साथ हम आसानी से अपने कैंपेन में जरूरी बदलाव कर सकते हैं।
इसमें प्राय: कन्वर्शन रेट अच्छा होता है। यानी लोग जल्दी से ग्राहक बन जाते हैं।
इंटरनेट मार्केटिंग में जॉब के कई विकल्प हैं।
इंटरनेट मार्केटिंग(digital marketing ) की मुख्य अवधारणाओं को मजबूत करना।
अपनी मौजूदा व्यावसायिक वेबसाइट या ब्लॉग का प्रचार करना।
आपकी SEO टीम कैसे काम कर रही है, इसकी बेहतर निगरानी कर सकते हैं।
इंटरनेट मार्केटर्स के रूप में घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) से एक फ्रीलान्स के रूप में काम कर सकते हैं।
समय में हर व्यक्ति Google, Facebook और YouTube आदि उपयोग कर रहा है, जिसके द्वारा व्यापारी अपने उत्पाद ग्राहकों को दिखाता है। (digital marketing )
Digital Marketing kya hai जानने के साथ-साथ इसका सिलेबस भी जानना आवश्यक है। हालांकि डिजिटल मार्केटिंग कोर्सेज के लिए वास्तविक सिलेबस की पेशकश मुख्य रूप से कोर्स लेवल के साथ-साथ इंस्टिट्यूट के अनुसार भिन्न होगी, कुछ मुख्य विषय हैं जो सभी स्तरों पर ऐसे कोर्सेज में शामिल हैं। यहां डिजिटल मार्केटिंग सिलेबस के अंतर्गत शामिल प्रमुख विषयों की सूची दी गई है:
Introduction to Digital Marketing
SEO optimization
Introduction to CRM
email marketing
Competitor and Website Analysis
market research
Content Creation, Management & Promotion
Introduction to Web Analytics
mobile marketing
social media marketing
Digital Marketing Budgeting, Planning & Forecast
digital marketing project management
Product Marketing (Facebook, Instagram, Google Ads)
affiliate marketing
website data analytics
Paid Ads Optimization Strategies
neuromarketing fundamentals
डिजिटल मार्केटिंग के कोर्सेज ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यम से किए जा सकते हैं। ऑनलाइन माध्यम में आप google के फ्री सर्टिफाइड कोर्स कर सकते हैं।।
रोजगार की आपार संभावना ।
साल 2030 तक भारत को विभिन्न क्षेत्रों में 9 करोड़ कर्मचारियों की जरूरत होगी। मैककिंसे ग्लोबल इंस्टीट्यूट द्वारा जारी एक रिपोर्ट के हवाले से ये आंकड़ा सामने आया है। क्योंकि वैश्विक महामारी में भारत का हर क्षेत्र डाउनफाल का शिकार हुआ था। जिसके बाद देश को लगातार उबरने की जरूरत बनी रही। रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2030 तक डिजिटल मार्केटिंग सेक्टर्स, मैन्युफैक्चरिंग, फूड प्रोसेसिंग, पॉवर, लॉजिस्टिक्स, वित्तीय सेवाओं, ऑटोमेशन, हेल्थ, व रिटेल आदि सेक्टर्स में 9 करोड़ नौकरियों की जरूरत होगी। (digital marketing )
इसी को देखते हुए केंद्र सरकार ने देश के सभी अनस्किल्ड कर्मचारियों को 2030 तक स्किल्ड करने का लक्ष्य लिया है। जिसमें प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत हर वर्ष लाखों लोगों को स्किल्ड किया जा रहा है। क्योंकि मार्केट को प्रतिवर्ष 80-90 लाख स्किल्ड कर्मचारियों की जरूरत होती है।
निष्कर्ष [Digital Marketing ]
डिजिटल मार्केटिंग एक एसा माध्यम बन गया है जिससे कि मार्केटिंग (व्यापार) को बढ़ाया जा सकता है। इसके उपयोग से सभी लाभान्वित हैं । उपभोक्ता व व्यापारी के बीच अच्छे से अच्छा ताल-मेल बना रहे हैं , इसी सामजस्य को डिजिटल मार्केटिंग द्वारा पूरा किया जा सकता है । डिजिटल मार्केटिंग आधुनिकता का एक अनूठा उद्धरण है।
(digital marketing )
Editing: kunal Gupta