Thursday, November 28, 2024
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बिहार में अगवा हुआ लड़का गोवा से बरामद, किडनैपर्स के मंसूबों पर पुलिस ने फेरा पानी..

पटना।
पुलिस ने अपहरण के एक ब्लाइंड केस में वैज्ञानिक अनुसंधान की बदौलत बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने न सिर्फ अपहृत किशोर को गोवा से सकुशल बरामद किया, बल्कि 5 लाख रुपए फिरौती मांगने वाले अपहरणकर्ताओं को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसका खुलास एसपी राकेश कुमार ने सोमवार को प्रेसवार्ता में किया। बरामद अपहृत किशोर शुभम कुमार सोनहन थाना क्षेत्र के पइयां गांव निवासी जयप्रकाश सिंह का पुत्र है। जबकि अपहर्ता रोहतास जिले के करगहर थाना क्षेत्र के गौरी गांव निवासी अजय सिंह व शिव कुमार सिंह हैं। पुलिस ने इनके पास से तीन मोबाइल भी बरामद किया है।

एसपी ने बताया कि मामले में अपहृत के पिता ने सोनहन थाने में 13 अक्टूबर को आवेदन दिया, जिसके आधार पर पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया था। लेकिन, 13 अक्टूबर की ही रात करीब 8:30 बजे शुभम के पिता जयप्रकाश सिंह के मोबाइल पर लगातार एक संदिग्ध मोबाइल नंबर से फोन आना शुरू हुआ। फोन करने वाला व्यक्ति शुभम का अपहरण कर लेने की बात कहते हुए फिरौति के रूप में पांच लाख रुपए की मांग की जाने लगी। पीड़ित पिता ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।

उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ताओं द्वारा अपहृत के पिता से लगातार फिरौति की मांग करने के मामले को एसपी ने गंभीरता से लिया। एसपी ने भभुआ एसडीपीओ सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया। इस टीम में सोनहन थानाध्यक्ष राकेश कुमार रोशन व डीआईयू प्रभारी संतोष कुमार वर्मा को भी शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि बदताश शुभम को लेकर गोवा के गोंडा थाना क्षेत्र में लेकर चले गए थे, जहां से अपहृत को बरामद कर अपहर्ताओं को बरामद किया।

काफी तलाश के बाद भी नहीं चला था पता

अपहृत शुभम कुमार के पिता ने उक्त दोनों बदमाशों के खिलाफ सोनहन थाना एफआईआर दर्ज कराई है। दर्ज एफआईआर में पीड़ित पिता ने लिखा है कि उनका पुत्र 10 अक्टूबर को अपने घर से कुदरा बाजार में घरेलू समान खरीदने के लिए गया था। वह शाम तक वापस नहीं लौटा तो हमलोगों की चिंता बढ़ी और उसकी तलाश शुरू कर दी। उसके मित्रों, नाते-रिश्तेदारों तक से जानकारी ली गई। लेकिन, उसके बारे में कुछ भी पता नहीं चल पाया।

पीड़ित पिता ने कैमूर पुलिस को दिया धन्यवाद
जब शुभम के बारे में कोई सुराग नहीं मिला, तो उन्हें उसका अपहरण कर लिए जाने की आशंका हुई। वह 13 अक्टूबर सीधे सोनहन थाना में गए और बेटे के अपहरण का आवेदन दिया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। वह भी अपने स्तर से पता कर रहे थे। लेकिन, 13 की रात में उनके मोबाइल पर फोन आया और फोन करनेवाले व्यक्ति ने उनसे पांच लाख रुपया मांगा। उसने कहा कि पैसा देकर बेटे को ले जाओ। इसकी जानकारी पुलिस दी गई। उन्होंने कैमूर पुलिस को धन्यवाद दिया और कहा कि एसपी के प्रयास से उनका बेटा सकुशल लौटा है। हमारी और परिवार की चिंता को पुलिस ने दूर कर दिया है।

Kunal Gupta
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