बिहार: 57 भैंसों की कटकर मौत, दो चारवाहे की मौत, भागलपुर के गंगा किनारे पसरा मातम..
भागलपुर : बड़ी खंजरपुर स्थित मंठ घाट में रविवार को मवेशियों के साथ बहकर छह चरवाहा ड्रेजिंग जहाज के भीतर चला गया। जहाज से कटकर 57 भैंस की मौत हो गई। वहीं, किसी तरह जान बचाकर चार चरवाहा बाहर निकल गए, जबकि दो लोग लापता हैं। एसडीआरएफ की टीम दोनों व्यक्ति को तलाश कर रही है। दोपहर एक बजे बड़ी खंजरपुर के अधिक यादव अपने पुत्र प्रदीप के साथ, कुप्पाघाट के जितेंद्र यादव, बड़ी खंजरपुर निवासी लखन यादव, मायागंज निवासी दशरथ यादव अपने 15 वर्षीय पुत्र चंदन के साथ, कुप्पाघाट निवासी विजय यादव, धीरज यादव और मायागंज के रहने वाले कारू यादव अपने-अपने भैंस को लेकर मंठ घाट पहुंचे।
-जहाज के कटकर 57 भैंस की मौत, मंठघाट से कारगिल दियारा की ओर ले जा रहे थे चरवाहा
– गंगा में ड्रेजिंग वाले जहाज की चपेट में आने से हुई घटना, देर रात तक जारी है बचाव कार्य
– गंगा में गश्त लगा रहे एसडीआरएफ की टीम, जिला प्रशासन भी कर रही निगरानी
-19 मवेशियां बहकर इंग्लिश फरका पहुंची, एसडीआरएफ की टीम ने सभी किया बरामद, देर शाम कराया गया पोस्टमार्ट
-अंधेरा होने के कारण हादसे में लापता दो चरवाहों के तलाश की रोक दी गई कार्रवाई
-अब सोमवार को गंगा में तलाश की जाएगी -स्थानीय लोगों ने कहा, गंगा की गाद निकालने का काम चल रहा है
-कारू यादव और सिकंदर यादव के गाद में दबने की आशंका जता रहे लोग
-घटनास्थल के पास तलाश करने पर दोनों का शव बरामद हो सकता है
-प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटनास्थल के पास कुछ देर तक गंगा में खून का निशान देखा गया
-इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि ड्रेजिंग मशीन में फंसकर भैसों और दोनों चरवाहे की हुई मौत
-पांच-छह मवेशियों को जहाज के भीतर से जिंदा निकलते देखा गया
-प्रतिदिन ये लोग मंठ घाट से गंगा पार कर भैसों को कारगिल दियारा चराने के लिए ले जाते थे
-तीन जहाज बीच गंगा में और एक मंठघाट के पास गाद निकालने का कर रहा था
-घटना के बाद बीच गंगा में गाद निकालने के कार्य मे जुटे तीनों जहाज भी बचाव कार्य के लिए घटनास्थल पहुंचे
बिहार में मौत का Dredging Ship
प्रदीप यादव, कारू यादव, मोहन उर्फ सिकंदर यादव, धीरज यादव, 10 वर्षीय पियूष यादव व उसका भाई आयुष यादव, मोहन उर्फ सिकंदर यादव एवं चंदन यादव समेत आठ चरवाहा भैस के साथ गंगा में उतरे और मवेशियों को चराने के लिए शंकरपुर चौवनियां पंचायत के कारगिल दियारा की ओर ले जाने लगे। कारगिल दियारा ले जाने के क्रम में चार ड्रेजिंग जहाज खंजरपुर घाट से गुजर रहा था। इसी बीच पानी के तेज धार मवेशी सहित चरवाहे बहा ले गई। 60 मवेशियों के साथ सभी आठ चरवाहे भी जहाज के भीतर चले गए।
जहाज से कटकर 57 मवेशियों की मौत हो गई। चंदन, मोहन, प्रदीप, पीयूष व उसका भाई आयुष, धीरज सहित छह लोगों ने किसी तरह जान बचाकर बाहर निकल गए। लेकिन 55 वर्षीय सिकंदर और कारू नहीं निकल पाए। दोनों लापता हैं। जानकारी होते ही आसपास के लोग भी वहां पहुंच गए। सूचना मिलने पर बरारी, तिलकामांझी और जोगसर थानाध्यक्ष दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की। बाद में एसडीएम धनंजय कुमार भी मौके पर पहुंचकर जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पानी के तेज बहाव होने के कारण यह घटना हुई। 57 मवेशियों के जहाज से कटकर मौत होने और दो लोगों के लापता होने की जानकारी मिली है। बचाव और राहत कार्य चल रहा है। इसके लिए एसडीआरएफ की टीम लगी हुई है।
कार्रवाई पूरी होने के बाद ही प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। इसके बाद ही पीड़ित परिवार को मुआवजा की प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। इधर, किसी चरवाहा ने 16 तो किसी ने 10 व पांच मवेशियों की इस घटना में मौत होने की बात कर रहे हैं। एसडीओ जहाज के साथ बाबूपुर घाट के पास कैंप कर रहे हैं। यहां महाजाल लगाया गया है, ताकि गंगा की तेज बहाव में मवेशी के शव को निकाला जा सके। वहीं दो लोगों के मौत की प्रबल संभावना जताई जा रही है। इधर, गंगा के तेज बहाव में 19 मवेशियां बहकर इंग्लिश फरका पहुंच गई। एसडीआरएफ की टीम ने सभी मवेशियों को बरामद कर देर शाम को पोस्टमार्टम कराया गया। वहीं, अंधेरा होने के कारण हादसे में लापता दो चरवाहों के तलाश की कार्रवाई देर शाम को रोक दिया गया। अब सोमवार को गंगा में तलाश की जाएगी। स्थानीय लोगों ने बताया कि गंगा की गाद निकालने का काम चल रहा है। लोग कारू यादव और सिकंदर यादव के गाद में दबने की आशंका जाहिर कर रहे हैं।
लोगों का कहना है घटनास्थल के पास ही तरीके तलाश करने पर दोनों का शव बरामद हो सकता है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटनास्थल के पास कुछ देर तक गंगा में खून का निशान देखा गया। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि ड्रेजिंग मशीन में फंसकर भैसों और दोनों चरवाहे की मौत हुई होगी। इस दौरान पांच-छह मवेशियों को जहाज के भीतर से जिंदा निकलते देखा गया है। प्रतिदिन ये लोग मंठ घाट से गंगा पार कर भैसों को कारगिल दियारा चराने के लिए ले जाते थे। लोगों के मुताबिक घटनास्थल नाथनगर थानाक्षेत्र में पड़ता है।
बरारी थानाध्यक्ष संजय कुमार सत्यार्थी के अनुसार तीन ड्रेजिंग जहाज बीच गंगा में थे। एक जहाज मंठघाट के पास गाद निकालने का काम कर रहा था। घटना के बाद बीच गंगा में गाद निकालने के कार्य मे जुटे तीनों जहाज भी बचाव कार्य के लिए घटनास्थल पहुंच गया था। उन्होंने बताया कि अंधेरा होने के कारण देर शाम को शव तलाशने की कार्रवाई रोक दी गई। अब सोमवार को सुबह एसडीआरएफ की टीम कार्रवाई करेगी।