जिले में 360 दिनों तक होगी एडीज मच्छर के लार्वा की जांच
पटना। डेंगू एवं चिकनगुनिया की प्रभावी रोकथाम के लिए अतिप्रभावित जिला यानी पटना में 360 दिनों तक एडीज मच्छर के लार्वा की जाँच होगी. वहीं कम प्रभावित वाले 17 जिलों में 120 कार्य दिवस के रूप में उक्त जांच अभियान चलाया जाएगा। वहीं इसके अलावा अन्य शेष जिलों में 60 कार्य दिवस के रूप में जांच अभियान चलाया जाएगा। पिछले एक दो सालों से राज्य में डेंगू का प्रकोप न के बराबर दिख रहा था। परंतु, इस वर्ष राज्य में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। आए दिन सैकड़ों की संख्या में राज्य के विभिन्न जिलों से डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। यह स्वास्थ्य विभाग के लिए कठिन चुनौती बनती जा रही है। इस चुनौती को देखते हुए विभाग ने निर्णय लिया है कि डेंगू और चिकनगुनिया बीमारी को रोकने के लिए राज्य के प्रभावित सभी जिलों में घर-घर जाकर एडीज मच्छर के प्रजनन स्थल से लार्वा की खोज कराकर उसे खत्म किया जाएगा। इस अभियान को अमलीजामा पहनाने के लिए आशा कार्यकर्ता व आशा फेसिलिटेटर को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
आशा कार्यकर्ता एवं फेसिलिटेटर लार्वा जाँच के लिए करेंगी घरों का दौरा:
वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विनय कुमार शर्मा ने बताया कि डेंगू व चिकनगुनिया रोग के प्रसार की अधिकता एवं आवश्यकता को देखते हुए विभाग ने यह निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि इस दौरान एडीज मच्छर के ट्रांसमिशन सीजन में आवंटित कार्य दिवस के अनुसार आशा कार्यकर्ता व आशा फेसिलिटेटर लार्वा की जाँच करने के लिए घर-घर जाएंगी। वहां जाकर घरों में पानी जमा है या नहीं, अगर पानी जमा है तो उसमें लार्वा की जांच करेंगी। उसके बाद लोगों को अपने घरों में पानी जमा न करने व अगर घर में कहीं पानी जमा है तो उसे हटाने के बारे में बताएंगी।
17 जिलों में 120 कार्य दिवस तक चलेगा जांच अभियान
डेंगू व चिकनगुनिया से प्रभावित इन 17 जिलों में 120 कार्य दिवस तक घर-घर जाकर जांच अभियान चलाया जाएगा। जिसमें नालंदा, नवादा, मुंगेर, भागलपुर, भोजपुर, गया, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, सारण, वैशाली, पश्चिमी चंपारण, मधेपुरा, औरंगाबाद, सिवान, सीतामढ़ी एवं दरभंगा शामिल है। एसपीओ डॉ विनय कुमार शर्मा ने बताया कि जांच अभियान के दौरान ब्रीडिंग साइट या लार्वा पाये जाने की स्थिति में उन जगहों को चिहिन्त कर रोग निरोधक कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।