मैं कहती हूं वहीं रुक जाओ वरना… आधी रात में महिला सिपाही की दबंगई देख प्रसन्न हुए पूर्वी चंपारण के एसपी
मोतिहारी(पूर्वी चंपारण)। कभी-कभी आपका एक फैसला पूरी जिंदगी को बदलने के लिए काफी होता है। पूर्वी चंपारण के लखौरा थाना में पदस्थापित सिपाही आकृति कुमारी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। गुजरी मध्य रात्रि को जब थाना परिसर में एक अनजान व्यक्ति को उसने घुसते देखा तो बिना भय खाए उसने रुकने को कहा। जब वह नहीं रुका तो उसने राइफल तान दी। वह अनजान व्यक्ति और कोई नहीं वरन सादे लिबास में एसपी डा. कुमार आशीष थे। वे उस सिपाही से प्रभावित हुए बिना नहीं रहे। उन्होंने उस सिपाही को पुरस्कृत किया।
कोड वर्ड में कुछ समझाया
आपराधिक घटनाओं पर नकेल कसने व रात्रि में थाने की वास्तविक स्थिति को करीब से देखने के इरादे से एसपी डा. कुमार आशीष गुजरी मध्य रात्रि सादे लिबास में अचानक लखौरा थाने पहुंच गए। एसपी तब दंग रह गए, जब वहां तैनात महिला सिपाही आकृति कुमारी ने उन्हें तेज आवाज में रोकते हुए उन पर राइफल तान दी। एसपी ने जब कोड वर्ड में कुछ कहा, तब जाकर महिला सिपाही ने उन्हें अंदर जाने दिया। महिला सिपाही के जज्बे एवं बहादुरी को देख एसपी काफी खुशी हुए। उसे शाबाशी देते हुए पुरस्कृत भी किया।
एफआइआर की बात कही
अंदर पहुंचे एसपी ने अपनी पहचान जाहिर करने से पहले आम आदमी बनकर प्राथमिकी दर्ज कराने की बात की। रात्रि ड्यूटी पर तैनात दारोगा रामभुलेश पासवान थानाध्यक्ष को बुलाने गए। इसी बीच कुछ पुलिस कर्मियों ने एसपी को पहचान लिया। इसके बाद एसपी ने थाने की व्यवस्था का अवलोकन किया। इस दौरान हाजत, सिरिस्ता के अलावा स्टेशन डायरी को भी देखा। उन्होंने थाने के सभी कमरे, सीसी कैमरा, कम्प्यूटर, गश्ती वाहन, वायरलेस सेट आदि का भी निरीक्षण किया। स्टेशन डायरी 24 घंटे पीछे रहने पर थानाध्यक्ष से जवाब मांगा। एसपी ने लखौरा थाने के ही वायरलेस सेट से जिले के सभी गश्ती वाहनों की लोकेशन ली। इसके बाद एसपी नगर थाने पहुंचे। लापरवाही को लेकर वहां तैनात एक सिपाही को फटकार लगाई। थाने के सभी कमरों को देखा। गश्ती के बारे में भी पूछताछ की।
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