डाओ’ एप बनाकर मधुबनी के सुंदरम झा ने जीता 12 लाख का पुरस्कार
मधुबनी के बेनीपट्टी प्रखंड के ढंगा पश्चिमी निवासी सुंदरम झा ने ‘डाओ’ (डिसेंट्रलाइज्ड ऑटोनोमस आर्गेनाइजेशन) एप्लीकेशन बनाकर 15 हजार डॉलर (12 लाख रुपए) का प्रथम पुरस्कार जीता है। पुरस्कार वेब थ्री कंपनी पॉलीगन की ओर से दिया जाएगा। पॉलीगन हर वर्ष नवाचार के लिए पुरस्कार देकर प्रोत्साहित करता है। यह एप्लीकेशन हैकथॉन की क्रिप्टोकरेंसी के लिए तैयार किया गया है। 13 सितंबर को पुरस्कार की घोषणा हुई। इसमें विजेता के अलावा रनर अप प्रथम एवं रनर अप दूसरे को भी क्रमश: 12 हजार एवं 8 हजार डॉलर बतौर पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
प्रतियोगिता में 117 देशों के करीब 65 सौ प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता पांच जून से 21 अगस्त तक चली। इसमें प्रतिभागियों ने एप बनाकर सौंपा। सुंदरम ने इस वर्ष 12वीं की परीक्षा पास की है। सुंदरम बताते हैं कि उन्होंने सोशल मीडिया से बिल्डइट हैकथॉन के 2022 संस्करण के बारे में जाना। उन्होंने इसी हैकाथॉन के 2021 संस्करण में एनएफटी-टिकटिंग प्लेटफॉर्म के लिए कम्युनिटी पुरस्कार जीता था। इस साल सुंदरम ने डिजाइनथॉन श्रेणी में प्रथम पुरस्कार जीता है। ऋतु एवं रमन जी झा के पुत्र सुंदरम के दादा महारुद्र झा रक्षा लेखा नियंत्रक कार्यालय, पटना में ऑडिटर थे।
सुंदरम की हमेशा से तकनीक की और रुचि रही है। 12 वर्ष की उम्र से ही उन्होंने कोडिंग सीखना शुरू कर दिया। सबकुछ खुद से ऑनलाइन सीखा। धीरे-धीरे उनका रुझान स्टार्टअप्स एवं बिजनेस की और काफी बढ़ गया। उन्हें 2020 में वेब-3 के बारे में पता चला। इस टेक्नोलॉजी और सिद्धांतों से काफी प्रभावित हुए। वेब-3 को वर्ल्ड-वाइड-वेब का तीसरा संस्करण और इंटरनेट की नयी पीढ़ी कहा जाता है। यह तकनीक उपयोगकर्ता को अत्यधिक गोपनीयता प्रदान करती है।