How to Avoid Breast Cancer : मां बनने में देरी करना… भयंकर नुकसानदायक, जानें- लड़कियों की शादी का सही उम्र क्या है?
किशनगंज। ब्रेस्ट नोट्स या स्तन में गांठ का होना ब्रेस्ट कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। स्तन कैंसर स्तन कोशिकाओं की अनियंत्रित बढ़ोतरी है। आमतौर पर लोब्यूल्स और दुग्ध नलिकाओं में घुसकर वे स्वस्थ कोशिकाओं पर आक्रमण करते हैं। साथ ही शरीर के अन्य भागों में फैल जाते हैं। लेकिन यह कोई जरूरी नहीं कि स्तन में बनने वाले प्रत्येक गांठ से स्तन कैंसर हो ही। कभी-कभी ब्रेस्ट में सिस्ट से भी गांठ बन जाते हैं। यह बातें बुधवार को सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने दी।
उन्होंने बताया कि स्तन में गांठ बनने की थोड़ी भी आशंका होने पर महिलाओं को तत्काल चिकित्सक से सलाह लेने के बाद स्तन कैंसर की जांच करवाने चाहिए। जांच में स्तन कैंसर के लक्षण पाए जाने के बाद महिलाओं को तत्काल विशेषज्ञ डाक्टर से इलाज करवाएं। इसमें थोड़ी भी लापरवाही महिलाओं के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। इन दिनों करियर बनाने और जाब हासिल करने के इंतजार में लड़कियां अधिक उम्र में शादी करती हैं। इसके साथ ही शादी के बाद भी अपने शरीर की फिगर बिगड़ नहीं जाए। इस डर से मां भी देर से बनती हैं। मां बनने के बाद भी महिलाएं अपने बच्चों को स्तनपान कराने से परहेज करती हैं। इन्हीं कारण से महिलाओं में बच्चों को सही तरीके से स्तनपान कराने से काफी हद तक महिलाएं इस खतरे से बच सकती हैं।
एसीएमओ डा. सुरेश प्रसाद ने बताया स्तन कैंसर के खतरे को दूर करने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना आवश्यक है। इसके साथ ही नमक का सेवन अधिक करने से भी परहेज करना चाहिए। मोटापा होने से भी कैंसर के दायरे में आने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए स्वस्थ शरीर के लिए नियमित रूप से व्यायाम और रहन-सहन में बदलाव लाना बेहद जरूरी है।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. देवेन्द्र कुमार ने बताया की स्तन के आकार में अचानक भारी बदलाव होने, स्तन या बांह के नीचे छूने पर गांठ महसूस होने, स्तन छूने पर दर्द होना, स्तन में सूजन या आकार में अचानक भारी बदलाव होने पर सचेत हो जाए। सावधान हो जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लड़कियों की शादी सही समय पर कर दें। साथ ही संतान प्राप्ति में भी उम्र का विशेष ध्यान रखने की जरुरत है।