डिजिटल भिखारी के बाद अब डिजिटल वसूली, सीने पर QR कोड लगाकर मांग रहे दुर्गा पूजा का चंदा
पटना।
ऑनलाइन भुगतान का असर पूरे देश पर पड़ा है। कैशलेस सिस्टम अब गांवों तक भी पहुंच रहा है। बिहार के बेतिया में ऑनलाइन भुगतान से संबंधित मजेदार खबर सामने आयी है। दुर्गा पूजा के लिए चंदा इकट्ठा करने वाले युवकों ने नई तरकीब लगाते हुए QR कोड अपने शर्ट पर चिपका लिया है। अब जो कैश का बहाना बनाते थे उनसे ऑनलाइन चंदा ले लिया जाता है। चंदा मांगने वाले युवक अब ये कह रहे हैं कि अगर पॉकेट में कैश नहीं है तो काई बात नहीं स्कैनर स्कैन कीजिए और चंदा दे दीजिए। ये वाकया बेतिया जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर घोघा गांव का है।
शर्ट पर चिपका लिया QR कोड
चंदा वसूलने वाली युवक उज्जवल कुमार ने बताया कि चंदा देने वाले लोग PhonePe कर चंदा दे रहे हैं। अब गांव में लोग बिना किसी झिझक के डिजिटल पेमेंट भी कर रहे हैं। युवकों ने बताया कि लोग पहले पैसा नहीं होने की बात कहते थे, लेकिन जैसे ही वे अब QR कोड देखते हैं, चंदा देने के लिए तैयार हो जाते हैं। शर्ट पर QR कोड चिपका देख कर लोग अब मना नहीं करते हैं।
बेतिया स्टेशन पर QR कोड वाला भिखारी
दुनिया टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढ़ रही है तो भीख मांगने वाले भी इसमें पीछे नहीं रहे। बेतिया रेलवे स्टेशन पर एक भिखारी भी डिजिटल भीख लेता है। गले में ई-वॉलेट का QR कोड टांगने वाला राजू, बचपन से स्टेशन पर ही रहता है। उसका कहना है कि लोग छुट्टे न होने का बहाना बनाते थे इसलिए बैंक में खाता खुलवाकर उसने QR कोड बनवा लिया है। अब लोग बहाना नहीं बना सकते हैं। डिजिटल दुनिया का यह भिखारी बीते दिनों इंटरनेट और सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था।