सड़े हुए 600 बी-कॉम्प्लेक्स कैप्सूल किए गए वितरित, बांका में सोता रहा स्वास्थ्य विभाग..
बांका: स्वास्थ्य विभाग की शिथिलता से सदर अस्पताल की दवा खिड़की से सड़ी हुई दवाइयां वितरण की गई हैं। चार दिनों में 600 से अधिक ताकत की कैप्सूल बी-कंप्लेक्स का वितरण के बाद एक मरीज ने इसकी शिकायत की। इसके बाद विभाग का हाथ पांव फूलने लगा है। गुरुवार की शाम ओपीडी में आने वाले बाबूटोला निवासी राजेश कुमार को ओपीडी में तैनात डाक्टर ने बी-कंप्लैक्स कैप्सूल लिखा था। राजेश ने जब घर जाकर दवा खाना चाहा तो दवा की स्ट्रीप के अंदर पूरी तरह से सड़ी दवा मिली। राजेश ने इस बात की जानकारी प्रबंधक अमरेश कुमार को दी। जिस पर प्रबंधक ने उनसे लिखित शिकायत ली।
कहा कि इस मामले में स्टोर इंचार्ज की लापरवाही सामने आई है।
– दवा खिड़की के सभी कर्मी हुई परेशान, आनन-फानन में हटाया दवा
बी-कंप्लैक्स की सड़ी हुई दवा वितरण भंडाफोड़ होने के बाद जब कर्मियों से पूछताछ की गई तो सभी के होश उड़ गए। आनन-फानन में कर्मियों ने पूरे बी-कंप्लैक्स कैप्सूल को हटा दिया। साथ ही जब डाटा संग्रह किया गया तो पाया गया कि 29 अगस्त से एक सितंबर तक करीब छह कैप्सूल का वितरण कर दिया गया है।
बी-कंपलैक्स की दवा से ज्यादा नुकसान नहीं
सदर अस्पताल के चिेकित्सा पदाधिकारी अंकित मिश्रा ने बताया कि बी-कंपलैक्स दवा खाने से ज्यादा नुकसान नहीं है। लेकिन दवा अत्यधिक खराब है, तो निश्चित रूप से मरीज को हल्की कमजोरी हो सकती है। वैसे यह दवा ज्यादा घातक होने के बाद पेशाब के रास्ते निकल जाती है।
मामले पर बांका स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डा. अभय प्रकाश चौधरी ने कहा कि अगर गलत दवा सदर अस्पताल के दवा काउंटर से किसी को मिला है। तो निश्चित रूप से यह लापरवाही है। वैसे दवा सड़ी नहीं है, तापमान की वजह से भी कभी-कभी बी-कंप्लैक्स में परेशानी होती है। निश्चित रूप से इस दवा को एक संयमित तापमान की जरूरत होती है। खराब दवा को हटाने का निर्देश दिया गया है।