Thursday, November 28, 2024
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Bihar News: बच्ची की मौत के बाद मोबाइल की रोशनी में हुआ पोस्टमार्टम, CS ने कहा- तार काट ले जाते हैं चोर

 

आरा: भोजपुर में रविवार को पानी में डूबने से एक बच्ची की मौत के बाद सदर अस्पताल में रात में ही शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया. लापरवाही की हद देखिए कि बिजली नहीं थी तो डॉक्टर ने मोबाइल की रोशनी में शव का पोस्टमार्टम किया. यही नहीं पोस्टमार्टम भवन रहने के बावजूद भवन के बरामदे में शव को जमीन पर रखकर पोस्टमार्टम किया गया. इस मामले में जिलाधिकारी राजकुमार ने सिविल सर्जन को जांच का आदेश दिया है.

दरअसल, सहार थाना क्षेत्र के बरुही गांव के वार्ड नंबर 4 निवासी राजू राय की दस वर्षीय पुत्री शिखा कुमारी सोन नदी में रविवार को नहाने के दौरान डूब गई थी. इसके बाद बच्ची को नदी से निकालने के बाद उसे सहार पीएचसी ले गए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया था. इसके बाद परिजन बॉडी का पोस्टमार्टम कराने के लिए आरा सदर अस्पताल ले आए थे.

अस्पताल में नहीं थी बिजली

परिजन ने बताया कि लगभग तीन घंटों से सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराने का इंतजार कर रहे थे. तीन घंटे बाद डॉक्टर पोस्टमार्टम करने के लिए आए लेकिन पोस्टमार्टम के दौरान सदर अस्पताल में बिजली नहीं थी. इसके बाद डॉक्टर द्वारा मोबाइल के लाइट और टॉर्च की मदद से पोस्टमार्टम कर दिया गया. ऑन ड्यूटी डॉक्टर आशुतोष कुमार ने कहा कि लाइट नहीं थी जिसको लेकर कई बार प्रबंधन को सूचना भी दी गई. किसी की तरफ से कोई सुनवाई नहीं की गई. इसके बाद इमरजेंसी के तहत पोस्टमार्टम किया गया है.

सिविल सर्जन डॉक्टर राम प्रीत सिंह ने कहा कि रात में नियम के अनुसार पोस्टमार्टम नहीं होना चाहिए. रात में पोस्टमार्टम इमरजेंसी केस में किया जाता है. रात में जो पोस्टमार्टम हुआ था वह डूबे हुई बच्ची के शव को लेकर था और यह इमरजेंसी हो जाता है. परिजन आक्रामक हो जाते हैं जिसके कारण डीएम साहब के आदेश से ही रात में पोस्टमार्टम किया जाता है. अस्पताल में चोर द्वारा बराबर बीच-बीच में बिजली का तार काट दिया जाता है. कई बार बिजली का बिल भी लेकर भाग जाता हैं.

Kunal Gupta
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