पटना, छपरा और भोजपुर के बालू तस्करों की करतूत देख सन्न रह गई पुलिस, अवैध बंदरगाह का राजफाश.
आरा। भोजपुर जिले के बड़हरा थाना के बिंदगांवा में पटना, छपरा और भोजपुर के बालू तस्करों ने जिला प्रशासन के समानांतर अपनी सरकार चला रखी थी। इसके लिए बकायदा बिंदगांवा में बालू तस्करों ने अवैध बंदरगाह जैसी व्यावस्था को चला रहे थे। यहां दिन के साथ-साथ रात के अंधेरे में जनरेटर और सोलर लाइट से उजाला कर आराम से बालू का अवैध कारोबार करने के लिए राशन से लेकर तेल तक की आपूर्ति की जाती थी।
इसकी जानकारी बुधवार को डीएम राजकुमार और एसपी संजय कुमार सिंह को मिली। गुप्त सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों अफसरों ने अपनी पूरी टीम के साथ दोपहर से लेकर शाम तक छापेमारी कर बड़े पैमाने पर चल रहे अवैध कारोबार का खुलासा किया। इस दौरान ड्रोन और हाईटेक नई नाव का सहारा भी लिया गया। इस दौरान और 38 गैस सिलेंडर, 40 डीजल तेल का डब्बा, जिसमें कई में तेल भरा था। जेनरेटर के साथ चावल का बोरा, 50 लीटर शराब और अन्य उपकरण बरामद किया गया। छापेमारी के दौरान डीएम और एसपी के अलावे आरा सदर एसडीओ लाल ज्योति नाथ शाहदेव, खनन इंस्पेक्टर श्यामानंद ठाकुर के साथ- साथ बड़हरा और कोईलवर के अंचलाधिकारी तथा थानाध्यक्ष मौजूद थे।
24 घंटे सामानों की आपूर्ति की थी व्यवस्था
पटना- छपरा और भोजपुर जिले के बालू तस्करों ने बिंदगांवा में मिनी बंदरगाह से सभी प्रकार के सामानों की आपूर्ति 24 घंटे सुनिश्चित करने के लिए तीन दर्जन दुकान बसा दिए थे। यहां दवा से लेकर दारू तक मिलते थे। नाव के जेनरेटर में डीजल डालने के साथ अवैध कारोबारियों और कर्मचारियों के लिए आटा और चावल की भी यहां से आपूर्ति लंबे समय से होती थी। कई सोलर लाइट जलने के साथ नाव बनाने के उपकरण की भी सप्लाई होती थी।
एक दर्जन अवैध कारोबारी चिन्हित, प्राथमिकी दर्ज
बिंदगांवा में अवैध ढंग से चल रहे बंदरगाह पर कारोबार करने वाले लगभग एक दर्जन लोगों को स्थानीय थाने की पुलिस ने चिन्हित किया है। इन सभी के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी पूरी हो चुकी है। सभी के खिलाफ बालू का अवैध खनन और परिवहन करने में मदद करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। थाने की पुलिस बड़हरा अंचलाधिकारी की भी इस मामले में मदद ले अन्य लोगों को चिन्हित करने में लगी हुई है।