बिहार का एक व्यक्ति 35 साल से नहीं नहाया, तीन प्रतिज्ञा पूरी होने का कर रहा इंतजार..
गोपालगंज)। प्रखंड के बैकुंठपुर गांव के एक शख्स अपनी तीन प्रतिज्ञा को लेकर पिछले 35 साल से नहीं नहा रहे हैं। उनकी अजीबो-गरीब हरकत से हर कोई हैरान है। विदित हो की मांझा प्रखंड के उक्त गांव के 62 वर्षीय धर्मदेव राम पिछले 35 साल से नहाये नहीं हैं। आगे भी न नहाने की जिद्द पर अड़े हैं। इससे भी ज्यादा हैरान कर देने वाली बात यह रही है कि शख्स के बदन से बदबू आती है पर वो अब तक बीमार नहीं पड़े हैं। धर्मदेव के ना नहाने की वजह से उनकी नौकरी चली गई। वो कोलकाता में एक जूट फैक्ट्री में काम करते थे।उन्होंने न नहाने के पीछे एक अनूठी प्रतिज्ञा ली है। उनका कहना है कि जब तक महिलाओं के साथ अत्याचार, जमीन विवाद और जीव हत्या खत्म नहीं होगी तबतक वो नहीं नहाएंगे। धर्मदेव का कहना है कि तीन मांगें पूरी होने के बाद ही वो अपने शरीर पर पानी डालेंगे।
पत्नी और दो बेटों की मौत पर भी नहीं किया स्नान
नौकरी छूट जाने के बाद से पिछले 35 वर्षों से वह गांव के ब्रह्मस्थान के पास रह रहे हैं। साल 2003 में अपनी पत्नी माया देवी के निधन होने पर भी उन्होंने स्नान नहीं किया था। फिर उसके दो-दो बेटों की मौत भी हो गई, फिर भी शरीर पर एक बूंद पानी नहीं डाला। इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि धर्मदेव तंत्र-मंत्र करते हैं, उसी की वजह से उन्हें कोई मानसिक बीमारी नहीं हुई है। इसके बावजूद वो ना नहाने की जिद पाल बैठे हैं।
जब तक अत्याचर बंद नहीं होगा वो नहीं नहाएंगे
धर्मदेव का कहना है कि साल 1987 में अचानक उन्हें ऐसा लगा कि जमीन विवाद, जीव हत्या और महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ने लगा है। तभी से उन्होंने फैसला किया कि जब तक अत्याचर बंद नहीं होगा वो नहीं नहाएंगे। इस दौरान उन्होंने एक गुरु के साथ छह महीने बिताए और गुरुदक्षिणा भी ली। धर्मदेव भगवान राम को अपना आदर्श मानते हैं और उन्हीं की बातों को अपने जीवन में उतारते हैं।