Thursday, October 10, 2024
Muzaffarpur

ब‍िहार के रेल यात्र‍ियों के ल‍िए खुशखबरी, वाल्मीकिनगर- गोरखपुर कैंट तक अब डबल रेललाइन..

मुजफ्फरपुर,। पीएम गति शक्ति योजना के तहत वाल्मीकिनगर-गोरखपुर कैंट रेलखंड सहित तीन महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं को शामिल किया गया है। इसपर शीघ्र ही डबल लाइन निर्माण का कार्य शुरू होगा। इससे मेल-एक्सप्रेस, सुपरफास्ट ट्रेनों के अलावा माल गाडिय़ों का नेटवर्क बनेगा। पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क वीरेंद्र कुमार ने बताया कि वाल्मीकिनगर-गोरखपुर कैंट तक डबल लाइन नहीं होने के कारण ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ रहा है।

मुजफ्फरपुर-हाजीपुर होकर गोरखपुर तक डबल लाइन है, लेकिन वाल्मीकिनगर-गोरखपुर कैंट तक स‍िंगल रेललाइन है। मुजफ्फरपुर से वाल्मीकिनगर रेलखंड पर दोहरीकरण कार्य पहले से प्रारंभ है। बताया कि गोरखपुर कैंट से वाल्मीकिनगर, कटिहार-मुकुरिया और कटिहार-कुमेदपुर रेल लाइन दोहरीकरण, पचोरा-जामनेर गेज परिवर्तन तथा बोडवाड़ तक इन परियोजनाओं का विस्तार होगा। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से भी शीघ्र एनओसी मिल जाएगा।

इस रास्ते से माल ढुलाई आसान

रेल मंत्रालय ने 3000 मिलियन मीट्रिक टन माल ढुलाई के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए रेलवे लाइनों के उच्च घनत्व नेटवर्क की पहचान की है। उस मिशन के हिस्से के रूप में उक्त तीनों परियोजनाएं महत्वपूर्ण हैं।

गोरखपुर कैंट-वाल्मीकिनगर रेल लाइन का दोहरीकरण

पूर्वोत्तर राज्यों में खाद्यान्न की आवाजाही, गोरखपुर छावनी-वाल्मीकिनगर (95 किमी) एक महत्वपूर्ण रेल खंड है। इस प्रस्तावित दोहरीकरण परियोजना पर 1120 करोड़ रुपये की लागत आएगी।

कटिहार- मुकुरिया और कटिहार-कुमेदपुर दोहरीकरण

कटिहार- मुकुरिया और कटिहार-कुमेदपुर बेहद व्यस्त खंड है। वर्तमान में यह स‍िंगल लाइन है। यह एक राजधानी ट्रेन का मार्ग भी है। यह पूर्वोत्तर और हावड़ा को जोडऩे के लिए महत्वपूर्ण ङ्क्षलक है। इन खंडों के दोहरीकरण से कोलकाता बंदरगाह से विराटनगर माल की आवाजाही में काफी मदद मिलेगी। इस परियोजना की लागत 942 करोड़ रुपये हैं।

पछौरा-जामनेर गेज परिवर्तन और बोडवाड़ तक विस्तार

यह परियोजना महाराष्ट्र में है। पचोरा से जामनेर गेज परिवर्तन और बोडवाड़ की रेलवे लाइन के विस्तार की अनुमानित लागत 955 करोड़ है। यह परियोजना 84 किमी लंबी होगी। यह परियोजना जलगांव और भुसावल के लिए बायपास डबल लाइन को कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इससे नागपुर और देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में तेजी से माल ढुलाई होगी।

Kunal Gupta
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