Tuesday, November 19, 2024
Patna

बिहार से गुजरने वाले 1400 किमी के पांच एनएच,हर 15 KM पर लगेंगे कैमरे व स्पीडगन..

पटना : बिहार से गुजरने वाले पांच राष्ट्रीय राजमार्ग पर 50 प्रतिशत से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। इनमें एनएच-2 का वाराणसी-औरंगाबाद, एनएच-28 का छपरा-बेतिया-लौरिया-बगहा, एनएच-30 का पटना-बख्तियारपुर, एनएच-31 का बरौनी-मुजफ्फरपुर-पिपराकोठी और एनएच-57 का मुजफ्फरपुर-दरभंगा-पूर्णिया खंड शामिल है। करीब 1400 किमी लंबे इन पांच राष्ट्रीय राजमार्गों पर दुर्घटनाओं के 114 हाट स्पाट चिह्नित किए गए हैं। अब इन पांच हाइवे पर सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए आधुनिक उपकरणों की मदद ली जाएगी। 

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में दुर्घटनाओं को रोकने के उपायों पर चर्चा की गई। पांचों एनएच पर पहले चरण में प्रत्येक 10 से 15 किमी की दूरी पर स्पीडगन, कैमरा, चालान की प्रति तैयार करने के लिए आवश्यक उपकरण आदि लगाने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए फोरलेन के दोनों ओर उपकरणों को स्थापित करने को कहा गया है। एनएच के पास कंट्रोल रूम भी स्थापित करने को कहा गया है, ताकि ओवर स्पीड गाड़ियों की मानीटरिंग के साथ चालान काटा जाए।

17 इंटरसेप्टर से वाहनों पर रखी जाएगी नजर

गृह विभाग ने ट्रैफिक आइजी को हाल ही में खरीदे गए 17 इंटरसेप्टर वाहनों को पांचों राष्ट्रीय राजमार्ग पर तैनात करने का निर्देश दिया है। इसके लिए आइजी को इंटरसेप्टर वाहनों का लोकेशन तय करने के साथ हैंडहेल्ड डिवाइस भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि तत्काल चालान काटा जा सके। इंटरसेप्टर वाहनों में स्पीड गन के साथ अत्याधुनिक कैमरा व स्क्रीन लगी होती है। एनएच से गुजरने वाले वाहनों की गति स्पीड गन मापकर स्क्रीन पर दिखाती है। साथ ही कैमरा गाड़ी के नंबर प्लेट की तस्वीर खींच लेता है।

अध्ययन के लिए दूसरे राज्य जाएगी टीम

गृह विभाग ने राजमार्गों पर आवश्यक उपकरणों की उपयोगिता एवं आवश्यकता का आकलन करने के लिए पथ निर्माण विभाग, परिवहन विभाग, यातायात प्रशासन और बेल्ट्रान के अफसरों का एक दल गठित करने को भी कहा है। यह दल उन राज्यों के भ्रमण पर जाएगा जहां सड़क सुरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत अत्याधुनिक उपकरणों का संचालन वास्तविक रूप में किया जा रहा है। वहां से अध्ययन कर लौटने के बाद टीम विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर विभाग को देगी। इसमें स्पष्ट उल्लेख होगा कि पांच राष्ट्रीय राजमार्गों पर क्या-क्या कार्रवाई अपेक्षित है। इसके बाद बेल्ट्रान नियमानुसार योग्य एजेंसी का चयन कर आगे की प्रक्रिया पूरी करेगा।

Kunal Gupta
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