एनएससी और केवीपी के खाते को लेकर आया नया अपडेट, अब घर से ही कर लेंगे यह सारा काम..
, भागलपुर। आनलाइन की सुविधा शुरू करने के साथ ही ग्राहकों को अब राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र (एनएससी) और किसान विकास पत्र (केवीपी) के खाते खुलवाने और बंद करने के लिए डाकघर आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। घर बैठे ही आनलाइन खोलने से लेकर बंद कर सकेंगे। डाक विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए इंटरनेट बैंकिंग जरूरी है। किसी को एनएससी या केवीपी खाता खोलवाना है, तो पहले डिपार्टमेंट आफ पोस्ट (डीओपी) इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा लेनी होगी। डाक विभाग द्वारा संचालित डीओपी इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करने वाले खाताधारक घर बैठे एनएससी और केवीपी खाते खोल सकते हैं।
केवीपी डाक विभाग की एक छोटी बचत योजना है। इसके तहत जमा की गई राशि खाता खोलने की तारीख से 10 साल चार महीने बाद परिपक्व होती है।इस बचत योजना के तहत खाता खोलने वाले लाभार्थियों को 6.9 प्रतिशत की चक्रवृद्धि दर से ब्याज मिलता है। वहीं, एनएससी डाक विभाग की छोटी बचत योजनाओं के माध्यम से उपलब्ध बचत प्रमाण पत्र हैं। इसमें जमा राशि पांच साल बाद परिपक्व होती है और फिलहाल इस योजना में 6.8 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि खाता खुलवाने या बंद करने के लिए सर्विस रिक्वेस्ट आफ जनरल सर्विसेज आप्शन में जाने पर एनएससी और केवीपी अकाउंट का आप्शन आएगा। एनएससी का खाता न्यूनतम एक हजार रुपये से खोल सकते हैं।
डाक अधीक्षक आरपी प्रसाद ने बताया कि एनएससी व केवीपी के लिए सार्टिफिकेट निर्गत करने की सिस्टम को डाक विभाग ने खत्म कर दिया है। अब इसका खाता खुलता है। ग्राहकों को एनएससी व केवीपी का अकाउंट नंबर जारी करता है। ग्राहकों को पासबुक दिया जाता है। कोई भी व्यक्ति घर बैठे आवेदन कर सकता है। अपना खाता बंद कर सकता है या खोल सकता है, लेकिन इसके लिए ग्राहकों को इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा लेनी होगी।