Saturday, December 28, 2024
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अंबाला से गिरफ्तार शशांक का क्या है गोरखपुर से कनेक्‍शन? लॉरेंस-बराड़ गैंग के लिए करता है काम..

हरियाणा (Haryana) की अंबाला पुलिस (Ambala Police) ने शनिवार को असलहा सप्लाई करने वाले गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया. इस गैंग में शामिल शशांक पांडेय (Shashank Pandey) का कनेक्‍शन पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या के आरोपी लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) और गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) गैंग से है. मूलतः बिहार (Bihar) के पश्चिमी चंपारण का रहने वाला शशांक पांडेय का परिवार पांच साल पहले तक गोरखपुर (Gorakhpur) में किराए पर रहता रहा है. पिता की मौत के बाद अब यहां पर कोई नहीं रहता है.

पुलिस सूत्रों के मताबिक 21 जून को शशांक पांडेय गोरखपुर आया था और यहां पर एक दोस्त के घर रुका था. सात ही उसने दोस्‍तों के साथ पार्टी भी की थी. हालांकि, गोरखपुर पुलिस को यहां उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है, लेकिन पुलिस हर पहलुओं पर जांच कर रही है. हरियाणा के अंबाला में शनिवार को गैंग के तीन सदस्यों और असलहों के साथ गिरफ्तार हुआ शशांक का लॉरेंस-बराड़ गैंग से कनेक्‍शन निकलने के बाद गोरखपुर पुलिस भी सक्रिय हो गई है.

पॉलिटेक्निक की पढ़ाई के लिए मथुरा चला गया था शशांक

शशांक गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र के सिंघड़िया आदर्श नगर में दो साल पहले बंद हो चुकी नमकीन फैक्ट्री में परिवार के साथ रहा करता था. पांच साल पहले पिता नित्यानंद पांडेय की मौत के बाद उसकी मां गांव लौट गई और शशांक पॉलिटेक्निक की पढ़ाई के लिए मथुरा चला गया. इसके बाद वो लॉरेंस-बराड़ गैंग का सक्रिय सदस्य बन गया. पुलिस सूत्रों की मानें तो उसने 21 जून को गोरखपुर में दोस्‍तों के साथ पार्टी भी की थी.

विदेश में रहता है शशांक का बड़ा भाई

गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र के सिंघड़िया आदर्श नगर में नमकीन फैक्ट्री के क्वार्टर में किराए पर रहने वाले बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के मैनटरह के चुठहा गांव के रहने वाले नित्‍यानंद पांडेय रोजी-रोटी की तलाश में 10 साल पहले यहां आए थे. नित्‍यानंद के तीन बेटों में विवेक पांडेय विदेश में रहता है. दूसरे नंबर का बेटा राहुल पांडेय बस्‍ती में ठेकेदारी करता है. अंबाला में शनिवार को गैंग के साथ गिरफ्तार किया गया तीसरे नंबर का शशांक पांडेय गोरखपुर में इंटरमीडिएट तक पढ़ाई किया.

मुंगेर में बने तमंचे को सप्लाई करता था शशांक

इसके बाद भी शशांक गोरखपुर आता-जाता रहता था और यहां दोस्‍तों के साथ पार्टी करता था. पुलिस सूत्रों के अनुसार शशांक दोस्‍तों को बताता था कि वो पंजाब में नौकरी करता है, लेकिन उसके दोस्‍तों को भी इस बात की भनक नहीं लगी कि वह लॉरेंस-बराड़ गैंग का असलहा सप्‍लायर है. सूत्रों की मानें तो बिहार के मुंगेर में बने तमंचे को लॉरेंस-बराड़ गैंग को शशांक ही सप्‍लाई करता था. पुलिस को इस बात की सटीक सूचना मिली है कि शशांक 21 जून को गोरखपुर आया था. यहां पर वह कैंट इलाके के मालवीय नगर में अपने दोस्‍त के घर पर रुका था. उसने दोस्‍तों के साथ पार्टी भी की थी.

गोरखपुर पुलिस ने भी शुरू की खोजबीन

अंबाला पुलिस की तरफ से शशांक की गिरफ्तारी और लॉरेंस-बराड़ गैंग से कनेक्‍शन के बाद गोरखपुर पुलिस ने भी खोजबीन शुरू कर दी, लेकिन उसका यहां कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है. एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया कि शशांक पांडेय मूल रूप से बिहार के पश्चिम चंपारण जिले का रहने वाला है. यहां नमकीन फैक्ट्री में उसका परिवार रहता था, लेकिन अब कोई रहता नहीं है. फिलहाल पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है.

Kunal Gupta
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