Tuesday, November 26, 2024
Patna

Shravani Mela 2022;अद्भुत है लखीसराय का अशोकधाम मंदिर,गर्भगृह में ये चीजें ले जाने पर रोक,दक्षिण द्वार से करें प्रवेश..

Shravani Mela 2022;Lakhisarai.  Shravani Mela 2022:लखीसराय। श्रावणी मेला 2022 : एक माह तक चलने वाले श्रावणी मेला की प्रशासनिक तैयारी शुरू कर दी गई है। श्री इन्द्रदमनेश्वर महादेव मंदिर अशोकधाम में श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ होने की संभावना को देखते हुए इस बार नई व्यवस्था की गई है। मंदिर में जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं को कई बदली हुई व्यवस्था से गुजरना पड़ेगा। इसके बाद वे जलाभिषेक कर सकेंगे। मंदिर ट्रस्ट ने इस बार सावन की चारों सोमवारी और पूर्णिमा के दिन अधिक भीड़ को लेकर व्यवस्था में कई बदलाव किया है। श्रद्धालुओं को मंदिर के दक्षिण द्वार से प्रवेश कराया जाएगा और पूर्वी द्वार से निकास होगा। मंदिर में जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं को धूप, अगरबत्ती, नारियल आदि गर्भगृह में ले जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। सिर्फ फूल माला और गंगाजल लेकर शिवभक्तों को अंदर प्रवेश करने की अनुमति मिलेगी।

मंदिर के दक्षिण गेट पर होगी कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था

मंदिर के दक्षिण गेट से श्रद्धालुओं के प्रवेश कराए जाने के निर्णय के बाद यहां सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम रहेगा। महिला और पुरुष श्रद्धालुओं को अलग-अलग रास्ते से प्रवेश कराया जाएगा। इसके बाद श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर के अंदर संस्कार भवन के बगल में बने दो मंजिला नए भवन में प्रवेश कराया जाएगा। श्रद्धालु दक्षिण द्वार से सीधे इस नए भवन के निचले तल में जाएंगे और छह बड़े हाल की परिक्रमा करते हुए दूसरे तल पर जाएंगे। वहां भी छह बड़े हाल में चक्कर लगाकर दूसरे मंजिल से सीधे मंदिर परिसर में नीचे उतरेंगे जहां फिर लोहे की बैरिकेङ्क्षडग में परिक्रमा करते हुए गर्भगृह तक जाएंगे। शुरू से अंत तक महिला पुरुष की अलग-अलग लाइन रहेगी। सोमवारी को छोड़कर अन्य दिन श्रद्धालु मुख्य द्वार पूर्वी छोर से पूजा करने जा सकेंगे।

गर्भगृह में धूप, अगरबत्ती, नारियल ले जाने की नहीं होगी अनुमति

मंदिर के गर्भगृह में सबसे अधिक परेशानी धूप, अगरबत्ती जलाने और नारियल फोडऩे वाले भक्तों से होती है। जबकि शिवल‍िंग पर नारियल नहीं चढ़ाया जाता है। इस बार मंदिर ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं से धूप, अगरबत्ती मंदिर के बाहर जलाने की अपील की है। गर्भगृह में प्रवेश करने से पहले सभी श्रद्धालुओं से धूप, अगरबत्ती बाहर ही रखवा लिया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट के सचिव डा. श्यामसुंदर प्रसाद ङ्क्षसह ने बताया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो और भीड़ नियंत्रित रहे इसके लिए हर संभव व्यवस्था की जा रही है।

Kunal Gupta
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