Sawan;12 ज्योतिर्लिंग हैं भारत में, जानिए… भगवान शिव की कैसे करें पूजा, यह है मंत्र..
Sawan 2022 Rashi Anusar Puja डा. राजीव रंजन ठाकुर, भागलपुर। Sawan 2022 Rashi Anusar Puja: शास्त्रों में देवाधिदेव भगवान शिव को शर्व नाम से पुकारा गया है। जिसका अर्थ है शिव सारे कष्टों का नाश करने वाले हैं। भगवान शिव की उपासना भौतिक जीवन की कामनाओं को पूरा करने वाली मानी जाती है। इसीलिए जीवन में आने वाली किसी भी तरह की परेशानियों को दूर करने व कामना पूर्ति के लिए शिव उपासना की विशेष तिथि, दिवस या घड़ियों में विशेष मंत्र से शिव पूजा बहुत शुभ माना गया है। शिव को प्रसन्न करने के लिए उन्हें अनेक ऐसी चीजें पूजा में अर्पित की जाती है जो किसी देवता को नहीं चढ़ाई जाती है। भगवान शिव के 12 ज्योतिलिंग देश के अलग-अलग हिस्सों में स्थित हैं जिसे साक्षात शिव स्वरूप माना जाता है। लिंग पुराण के अनुसार हर दिन भगवान शिव 24 घंटे में एक बार शिवलिंग में स्थित होते हैं। इसलिए अपनी राशि के मुताबिक ज्योतिलिंग का ध्यान करते हुए शिव आराधना करने से विशेष लाभ मिलता है। उक्त बातें पूर्णिया के पंडित प्रभाकर चंद्र झा ने कही। वहीं परमानंदपुर के पंडित महेश चंद्र झा ने बताया कि
मेष राशि : जातक गुड़ के जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। मीठी रोटी का भोग चढ़ाएं, लाल चंदन व कनेर पुष्प से उनकी पूजा करें और हिृं ऊं नम: शिवाय हिृं मंत्र का जाप करें ।
वृष राशि : दही से शिवलिंग का अभिषेक करें । शक्कर, चावल , सफेद चंदन, सफेद फूल से उनकी पूजा करें और ऊं नम: शिवाय का जाप करें।
मिथुन राशि : गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें। दूर्वा और कुशा से उनकी पूजा करें और ओम नमो भगवते रुद्राय मंत्र का जाप करें।
कर्क राशि : घी से अभिषेक करें। चावल, कच्चा दूध , सफेद आक व शंखपुष्पी फूल से उनकी पूजा करें और ऊं जूं स: मंत्र का जाप करें।
सिंह राशि : गुड़ के जल से शिवलिंग का अभिषेक करें। गुड़ व चावल से बनी खीर का भोग लागाएं। मंदार के फूल से पूजा करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें ।
कन्या राशि : गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें । उन्हें भांग, दूर्वा अर्पित करें और ओम नमो भगवते रुद्राय मंत्र का जाप करें।
तुला राशि : सुगंधित तेल या इत्र से शिवलिंग का अभिषेक करें। दही मधुरस व श्रीखंड का भोग लगाएं। सफेद फूल से भगवान की पूजा करें और शिव पंचाक्षरी मंत्र ओम नम: शिवाय का जाप करें।
वृश्चिक राशि : पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें। लाल गोङिाया फूल से पूजा करें और हिृं ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप करें।
धनु राशि : हल्दी युक्त दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें । गेंदे के फूल से उनकी पूजा करें और ऊं तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र प्रचोदयात मंत्र का जाप करें।
मकर राशि : नारियल के पानी से शिवलिंग का अभिषेक करें। नीलकमल के फूल से उनकी पूजा करें और ऊं नम: शिवाय का जाप करें।
कुंभ राशि : तिल के तेल से शिवलिंग का अभिषेक करें। शमी के फूल से भगवान की पूजा करें और ऊं नम: शिवाय का जाप करें।
मीन राशि : केसरयुक्त दूध से भगवान का अभिषेक करें। पीला सरसों और नागकेसर से भगवान की पूजा करें और ऊं तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र प्रचोदयात मंत्र का जाप करें।
इस विधान से पूजा करने पर शिव अवश्य पसंद होंगे और जातक को मनचाहा वर प्रदान करेंगे।