समस्तीपुर:शव बरामदगी के लिए हलकान रही पुलिस व एसडीआरएफ की टीम,बूढ़ी गंडक में दूसरे दिन भी तलाश जारी.
समस्तीपुर । विभूतिपुर थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाली बूढ़ी गंडक में सोमवार को दूसरे दिन भी पुलिस और एसडीआरएफ की टीम महथी वार्ड 13 मोहनपुर निवासी बबलू सहनी की लाश तलाशने में जुटी रही। एसडीआरएफ की टीम और पुलिस ने डीह बोरिया से लेकर रामपुर घाट तक बूढ़ी गंडक में गोताखोरों की मदद से खंगालती रही। मगर, इन्हें कोई सफलता नहीं मिली। इसके साथ हीं लापता बबलू की कहानी रहस्यमय हो गई है। अंचलाधिकारी अशोक कुमार यादव ने बताया कि कामदेव सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम और एएसआई दिनेश कुमार सिंह के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस ने खोजबीन के लिए कड़ी मशक्कत की है। वहीं दूसरी तरफ इलाके में लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चा व्याप्त है। लोग विभिन्न बिंदुओं से जोड़कर इस घटना को देख रहे हैं। बताते चलें कि बूढ़ी गंडक नदी के डीह बोरिया स्थित घाट के निकट शनिवार की रात अपराधियों ने तेज हथियार से वार कर एक अधेड़ की हत्या कर देने की आशंका लोगों को हुई थी।
नदी किनारे लावारिश हालत में उसकी साइकिल, मोबाइल, गमछा और चप्पल पाया गया था। साथ ही खून के धब्बे के घसीटे हुए नदी की ओर के निशान को देखा गया था। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस और जुटे ग्रामीणों ने लावारिस सामान को महथी वार्ड 13 स्थित मोहनपुर गांव निवासी बबलू सहनी के सामान होने की पहचान की थी। कथित मृतक बबलू सहनी के स्वजनों और पत्नी विन्दा देवी ने भी उक्त सामान उसके पति का हीं होने का दावा किया। उसने स्थानीय थाना में एक प्राथमिकी दर्ज करवाते हुए डीह बोरिया वार्ड 10 निवासी राम भरोस पासवान, देवकला देवी, अमरजीत कुमार, मनेजर पासवान और कुछ अज्ञात व्यक्तियों को नामजद किया। इसमें कहा है कि उसका पति बबलू सहनी विगत 23 जुलाई की संध्या करीब 8 बजे नरहन बाजार से सब्जी खरीद कर घर आया। उसके पति के साथ राम भरोस पासवान भी था। वह बोला कि आधे घंटे में हम दोनों आते हैं। यह कहकर वह उसके पति को साथ लेकर चला गया। तकरीबन एक घंटे बाद घर में खाना बनने के उपरांत उसकी बड़ी पुत्री प्रिया भारती ने फोन कर अपने पिता को खाना खाने को बोली।
इस बात पर बबलू सहनी बोला कि वह घर आ रहा है। लेकिन, देर रात तक जब घर नहीं लौटा तो घरवालों को चिता हुई कि वह किस स्थिति में होगा ? इस बीच सुबह करीब पांच बजे कुछ ग्रामीण बोरिया डीह बांध पर गए तो देखा कि साइकिल, मोबाइल, गमछा, चप्पल और काफी खून गिरा हुआ है। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने उक्त सामान बरामद कर थाने ले गई। ग्रामीणों की सूचना पर वह बांध और फिर थाना परिसर पहुंच कर बरामद सामान की पहचान की। उसने दावा किया है कि आरोपितों द्वारा सुनियोजित साजिश के तहत उसके पति की हत्या कर शव को गायब कर दिया है। इधर, थानाध्यक्ष चंद्र कांत गौरी ने बताया कि रविवार सुबह घटना की सूचना के साथ हीं थाना सक्रिय हो गई थी। सोमवार को भी शव बरामदगी को लेकर एसडीआरएफ की टीम के साथ थाना पुलिस ने लगातार प्रयास जारी रखा है। पुलिस दर्ज प्राथमिकी के आधार पर अग्रेतर कार्रवाई में जुटी है।