समस्तीपुर:सफलता के बताए गुर:सिविल सर्विसेज में सेलेक्शन पाना ही मेरी मंजिल..
समस्तीपुर।
किसी कार्य में सफलता अनवरत प्रयास का नतीजा होती है। सफलता के लिए दिन रात हवन होना पड़ता है। यह कहना है समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर प्रखंड के महथी गांव के बीएड एंट्रेंस के टॉपर जय शंकर कुमार का। बातचीत में उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक पड़ाव है। मंजिल सिविल सर्विसेज में सेलेक्शन पाना है और इसके लिए प्रयास लगातार जारी है। जय शंकर कुमार अपनी सफलता का श्रेय पिता, मां , फैमिली मेम्बर्स के साथ फ्रेंड्स के सहयोग और मार्गदर्शन को देते हैं। जय शंकर दो भाइयों में सबसे बड़े हैं। वह अपने पिता अनिल कुमार सिंह को अपना मार्गदर्शक मानते है। उनके पिता गांव के ही उच्च विद्यालय के शिक्षक है। मां बिंदु देवी हाउस वाइफ हैं। जय शंकर कहते हैं कि हमारा संयुक्त परिवार है। इसके चलते कभी किसी चीज की कमी महसूस नहीं हुई। बचपन से ही में घर से बाहर रहकर पढ़ाई की। सरस्वती विद्या मंदिर से 10 की परीक्षा वर्ष 2012 में प्रथम श्रेणी में पास किया। वहीं इंटर नरहन कॉलेज से प्रथम श्रेणी से पास किया।
दिल्ली में सिविल सर्विस की कर रहे थे तैयारी
इंटर की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास कर आगे की पढ़ाई के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय चला गया। वहाे राजनीति विज्ञान में बीए की डिग्री 2018 में लेकर वही रहकर सिविल सेवा की तैयारी करने लगा।लेकिन कोरोना काल मे वापस घर आ गया। वहीं पिता के मार्गदर्शन में से घर से ही बीएड का फ्रॉम भरा तैयारी की और 97 मार्क्स बिहार टॉपर बना। वहीं जय शंकर का सपना यही पूरा नही हुआ। वे सिविल सेवा में जाना चाहते हैं। कई बार तो वे आईएस की परीक्षा भी दे चुंके है। फिलहाल अभी गांव में ही रहकर बीपीएससी, सहित अन्य परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं।