मौसेरी बहन से लव मैरिज,बना 3 बच्चों का बाप,नए इश्क के फितूर में 15 दिनों तक बंद कमरे में अत्याचार..
पूर्णिया: बिहार के पूर्णिया और अररिया जिले से शुरू हुई 11 वर्ष पहले की एक प्रेम कहानी का काला हश्र देख लोग हैरान हैं। प्रेम ऐसा कि जहां पहले रिश्ते की मर्यादा टूट गई थी, वहीं वर्तमान के पुराने रिश्ते को भी बुरा दिन देखना पड़ा। यातनाएं झेलनी पड़ी और ये सब नए इश्क के फितूर में किया गया। रिश्ते में मौसेरे भाई-बहन के प्रेम के आगे स्वजनों को भी झुकना पड़ा और दोनों ने आखिरकार शादी रचा ली। 11 साल बीत गए और इस दौरान दोनों के तीन बच्चे भी हुए। अब प्रेमी पति की नियत ऐसी डोली कि कभी जिस पर जान न्योछावर कर रहा था, उसे ही घर में 15 दिनों तक बंधक बनाए रखा और जमकर अत्याचार किया ताकि वो उसे तालाक दे दे।
अस्पताल में भर्ती पीड़िता ने दर्दभरे लफ्जों में बताया कि कैसे उसे पति शंकर ने कमरे में कैद कर दिया। सांसें चलती रहें इसलिए उसे उतना ही भोजन-पानी दिया गया। गैर धर्म की लड़की के चक्कर में प्रेमी सह पति पूरी तरह जल्लाद बन गया। वहीं जब पड़ोसियों को इस बात की भनक लगी, तब पीड़िता का रेस्क्यू किया गया। मामला अररिया के पलासी थाना क्षेत्र के एक गांव की है। परिवार वालों ने पलासी थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। पीड़िता का मायके पूर्णिया जिले के बायसी थाना क्षेत्र का है, जहां पूर्णिया की रहने वाली बिटिया के साथ बर्बरता की गई।
मायका पूर्णिया में, ससुराल अररिया में…
30 साल की पिंकी देवी का मायका पूर्णिया के बायसी के मलहा टोली सठियारा है।
पिंकी देवी की मौसी का घर (ससुराल) अररिया के पलासी थाना के रामनगर गांव में है।
मौसी के बेटे शंकर शर्मा से उसने लव मैरिज की थी।
जानकारी के अनुसार मौसी के बेटे और पीड़िता के बीच 11 साल पहले अफेयर चल रहा था। रिश्ते की मर्यादा पर जमकर बवाल हुआ लेकिन प्रेमी और प्रेमिका अपनी जिद पर अड़े रहे। मजबूरी में दोनों की शादी कराई गई। इस दौरान तीन बच्चे भी हुए। इधर 11 साल बाद पति को गांव की ही एक अन्य लड़की से प्यार हो गया।
रचा ली दूसरी शादी
प्यार तो प्यार… दोनों ने चुपके से शादी भी कर ली और दूसरी पत्नी को लेकर पुणे चला गया। गांव लौटने पर पहली पत्नी सह प्रेमिका को तलाक देने के लिए कहने लगा। इस पर तैयार नहीं होने पर पति सहित ससुराल वालों ने उसे बंधक बना लिया। इस दौरान उसकी पिटाई भी की गई। 15 दिन बाद यह भनक पड़ोसियों को लगी और फिर मायके वालों तक यह सूचना पहुंची।
पीड़िता के मुताबिक, ‘उसे जमकर पीटा गया। हर रोज तालाक देने का दबाव बनाया जाता रहा। वो दृश्य और उनके पिटाई के लिए उठाए गए हाथ, सबकुछ बहुत खौफनाक था।’
मायके वालों ने पिंकी देवी को ग्रामीणों के सहयोग से कमरे से बाहर निकाला। 15 दिन तक प्रताड़ित होने से पिंकी की सिर्फ सांसें चल रही थी। मायके वालों ने पिंकी को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। ससुराल वालों के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज करा दी गई है।