मायानगरी की तरह मुजफ्फरपुर में भी बनेंगी फिल्में, शूटिंग स्थल भी चयनित..
मुजफ्फरपुर {प्रेम शंकर मिश्रा}। राज्य में फिल्म निर्माण को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार ने कदम बढ़ाया है। इसे लेकर मुजफ्फरपुर में फिल्मों की शूटिंग के लिए स्थलों का चयन किया जाएगा। इसकी पहली कड़ी में सरकार जिले में बुनियादी सूचनाओं का संकलन कर रही है। स्थलों का चयन कर उसे शूटिंग के हिसाब से विकसित किया जाएगा।
बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक वंदना प्रेयसी ने डीएम प्रणव कुमार से जिले के प्रमुख स्थलों का विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। इसमें पर्यटन स्थल, महत्वपूर्ण गांव, खूबसूरत लैंडस्केप, ऐतिहासिक भवन या स्थल, धार्मिक स्थल, नदी का किनारा, एनएच, औद्योगिक इकाई, रेलवे स्टेशन आदि शामिल हैं। बिहार की सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाले मुजफ्फरपुर में ऐसे स्थल होने के कारण ही यहां फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने की योजना तैयार की जा रही है।
विदित हो कि मुजफ्फरपुर में स्वतंत्रता आंदोलन से कई ऐतिहासिक स्थल हैं। इसमें शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा महत्वपूर्ण है । इसके अलावा बापू के सत्याग्रह आंदोलन से जुड़े गांधी स्तूप व एलएस कालेज तथा ब्रिटिशकालीन कई भवन हैं । धार्मिक स्थल के रूप में बाबा गरीबनाथ मंदिर के अलावा, साहू पोखर, चामुंडा स्थान, जैन धर्म से जुड़ा स्थल बासोकुंड, कोठिया मजार आदि फिल्म शूटिंग के लिए बेहतर हो सकते हैं। प्राकृतिक रूप से मणिका और सिकंदरपुर मन के अलावा बूढ़ी गंडक एवं बागमती नदी का किनारा भी मनोरम दृश्य पैदा करता है। जिले से पांच एनएच गुजरते हैं । इनमें मुजफ्फरपुर-दरभंगा एनएच -57 के एक किनारे बूढ़ी गंडक तो दूसरे किनारे से बागमती बहती है। यह स्थान फिल्म शूङ्क्षटग के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
स्थानीय कलाकारों को मिल सकेगा मौका
प्रबंध निदेशक ने कुल 23 बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी है। इसमें स्थानीय कलाकारों की उपलब्धता की भी बात कही गई है। इससे यहां के नवोदित कलाकारों को भी मौका मिल सकता है। इसके अलावा स्थानीय स्तर के प्रोडक्शन सपोर्ट की भी मदद ली जाएगी। जिले में पहले से भोजपुरी फिल्मों की शूङ्क्षटग होती रही है। ऐसे में ङ्क्षहदी या अन्य भाषा की फिल्मों की शूङ्क्षटग के स्थल विकसित होने से क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
‘गंगा किनारे मोरा गांवÓ सहित कई भोजपुरी फिल्मों के निर्माता व निर्देशक मुजफ्फरपुर के विजय खरे का कहना है कि यहां फिल्म शूटिंग के लिए कई बेहतर स्थल व लोकेशन हैं। खासकर जिले का पूर्वी इलाका हरियाली (लीची के बाग) और प्राकृतिक रूप से काफी समृद्घ है।
-प्रबंध निदेशक का पत्र आया है। जिले में ऐसे स्थलों को चिह्नित किया जा रहा है। यहां ऐसे कई स्थल हैं। शीघ्र ही पूरी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। –प्रणव कुमार, जिलाधिकारी, मुजफ्फरपुर