बिहार की 9 साल की जूही,आल इंडिया कराटे चैंपियनशिप में बटोरे मेडल..
सिमुलतला (जमुई): प्रतिभा कभी पहचान की मोहताज नहीं होती और एक बार प्रतिभा निखर जाए तो फिर सुर्खियां अपने आप बनने लगती हैं। जमुई जिले में सोमवार को जिस लड़की की चर्चा होती रही, वो सिमुलतला की जूही है। आल इंडिया कराटे चैंपियनशिप में जूही ने ब्रांज मेडल जीता है। जूही अपनी जैसी तमाम लड़कियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। खुद की सुरक्षा के साथ लड़कियों को महज 9 साल की जूही इस क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए शुरू से क्रियाशील भी रही है।
सिमुलतला के खुरंडा गांव निवासी मंटू पंडित की इकलौती नौ वर्षीय बेटी जूही ने राजस्थान की ओर से खेलते हुए आल इंडिया कराटे चैंपियनशिप के काटा वर्ग में ब्रांज मेडल और कुमीते वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर राजस्थान के साथ बिहार का नाम रौशन किया है। जूही के कोच निर्मल बोहरा ने बताया कि जूही महज एक अंक से अपनी प्रतिद्वंदी से पीछे रही। उन्होंने बताया की जूही में अपार संभावनाएं छिपी हैं। अगर इमानदारीपूर्वक जूही में मेहनत किया जाए तो एक दिन जूही अपने देश का गौरव बढ़ाएगी।
बताते चलें की जूही ने बीते 26 मार्च को भी राजस्थान के पुष्कर शहर में राज्य स्तरीय कराटे चैंपियनशिप में अपने प्रतिद्वंदियों को धूल चटाकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया था। वह अपनी प्रारंभिक शिक्षा सिमुलतला के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खुरंडा में प्रारंभ किया। उसके पिता मंटू पंडित मजदूरी का कार्य राजस्थान के जयपुर शहर में करते है।
जूही को खेलकूद में ज्यादा लगाव देखकर उसे बेहतर शिक्षा के साथ खेलकूद के लिए दो वर्ष पूर्व मंटू, जूही को जयपुर साथ ले गए। वहां जयपुर में शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ जूही ने कराटे क्लास ज्वाइन किया। दो साल जैसे छोटे समय अवधि में उसने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए पढ़ाई के साथ-साथ कराटे में भी अपना दम दिखाने लगी। परिणाम स्वरूप वह छोटी – बड़ी कई स्पर्धाओं में मेडल जीत कर अपनी पहचान सामान्य बच्चों से खुद को अलग कर लिया।