विभूतिपुर में अवैध संबंध के कारण हुई बबलू की गला रेतकर हत्या..
समस्तीपुर । विभूतिपुर थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाली बूढ़ी गंडक बोरिया डीह तट पर शनिवार की रात्रि महथी वार्ड 13 मोहनपुर निवासी बबलू सहनी की हत्या का पर्दाफाश रोसड़ा एसडीपीओ सहरियार अख्तर के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम ने घटना के चौथे दिन ही कर दिया। इस मामले में पुलिस ने दो शातिर अपराधी और इस कांड के अप्राथमिकी आरोपित को गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष चंद्र कांत गौरी ने बताया कि पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान के क्रम में बोरिया डीह ढाला के समीप सपरिवार ताड़ी दुकान चलाने वाले महथी वार्ड 10 निवासी सत्तन महतो पासी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इसके बाद मामले की छानबीन तेज हुई और पुलिस ने बोरिया के प्रमोद महतो उर्फ मोदी को भी हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की। फिर, स्वीकारोक्ति बयान में हत्या की परत-दर-परत खुली पोल से स्पष्ट होता है कि हत्या का कारण अवैध संबंध है। पुलिस की मानें तो मृतक बबलू सहनी का अवैध संबंध इस मामले के प्राथमिकी आरोपित राम भरोस पासवान की पत्नी के साथ था। कई बार मारपीट की घटना को लेकर स्थानीय स्तर पर पंचायत भी हुई थी, लेकिन बबलू बाज नहीं आ रहा था। पत्नी के साथ अवैध संबंध और पुत्री पर बबलू की निगाह से नाराज राम भरोस ने ही इस हत्याकांड का ताना-बाना बुना था। विगत 23 जुलाई की रात्रि राम भरोस पासवान ने ही बबलू को अपने विश्वास में लेकर सत्तन महतो पासी की बोरिया डीह ढाला के समीप ताड़ी दुकान पर लाया था। जहां बबलू को ताड़ी पिलाकर नशे में धुत्त किया गया। इसके बाद वहां पहले से मौजूद बोरिया का प्रमोद महतो उर्फ मोदी, सत्तन महतो (पासी) और एक अन्य के साथ राम भरोस पासवान उसे बूढ़ी गंडक नदी तट बोरिया किनारे ले गया। राम भरोस पासवान ने तड़छेवी से बबलू सहनी की गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद सत्तन महतो (पासी) अपने पसीखाना से चादर लाया। चारों ने मिलकर मृतक के शव को चादर से बांधा और घसीटते हुए नाव पर लादा। साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से सभी नाव सवार होकर घटनास्थल से दूर शव को नदी में फेंक दिया। शव को ठिकाना लगाने की जल्दबाजी में मृतक की साइकिल, मोबाइल, गमछा और चप्पल घटनास्थल पर ही छूट गया। मृतक के सीना व गर्दन में मजबूत रस्सा के सहारे तकरीबन 25 किलोग्राम का भारी पत्थर बांध दिया। मृतक के पांव में भी तकरीबन उसी वजन का एक पत्थर बांधा और भुसवर डीह वार्ड 5 शिव मंदिर के समीप नाव से मृतक बबलू के शव को बूढ़ी गंडक नदी में फेंक दिया, ताकि, साक्ष्य को छुपाया जा सके। इसके बाद सभी तितर-वितर हो गया। थानाध्यक्ष ने बताया कि दो शातिर अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस एक अन्य अप्राथमिकी अभियुक्त और कांड के नामजद आरोपित राम भरोस पासवान को भी जल्द हीं गिरफ्तार करेगी। अपराधियों के ठिकाने पर पुलिस सघन छापेमारी कर रही है। एक रोचक जानकारी साझा करते हुए बताया कि बोरिया डीह में ही पूर्व में छात्र सोनू राज की हत्या उपरांत गड्ढा खोदने व शव दफनाने में सत्तन पासी ने अपनी कुदाल प्रयुक्त करने की की बात स्वीकारी है।