Agricultural University:विदेशों में भी गूंज रहा बीएयू का रेडियो चैनल, जुड़े दो लाख से ज्यादा श्रोता.
Bihar Agricultural University .ललन तिवारी, भागलपुर: बिहार कृषि विश्वविद्यालय (Bihar Agricultural University- BAU) के सामुदायिक रेडियो की आवाज अब विदेश में फैल रही है। विश्वविद्यालय द्वारा प्रसारित बाढ़ और सबौर में सामुदायिक रेडियो स्टेशन संचालित होता है। जिसमें किसानों के लिए फसल के उत्पादन, तकनीक, रोग का समाधान आदि बताया जाता है। समय समय पर महामारी और स्वास्थ के प्रति जागरूकता कार्यक्रम भी चलता है। इसके अलावा किसानों के मनोरंजन के लिए गीत संगीत का प्रसारण भी किया जाता है।
पूरे विश्व में प्रसारण पहुंचे इसके लिए विश्वविद्यालय ने एप बनाया है। इसकी बेहतर प्रसारण क्षमता और गुणवत्ता पूर्ण कार्यक्रम साथ ही एप के कारण सुलभता से उपलब्धता की वजह से रेडियो का प्रसारण देश से ज्यादा विदेश में सुना जा रहा है। बदलते परिवेश में भी रेडियो की बढ़ती लोकप्रियता बिहार के लिए बड़ी उलब्धि है।
दो लाख से ज्यादा श्रोता सुनते प्रसारण
देश के अलावा दर्जन भर से ज्यादा दूसरे देश साउथ अरबिया, नेपाल, ओमान, फ्रांस, मलेशिया, बंगलादेश, यूनाइटेड स्टेट आदि के लोग बीएयू द्वारा संचालित रेडियो के प्रोग्राम को सुनते हैं और ज्ञान अर्जित कर रहे हैं। एप के माध्यमें दिखा रिकार्ड और आफ लाइन के अनुमान अनुसार तकरीबन दो लाख से ज्यादा श्रोता प्रत्येक माह प्रसारण सुन रहे हैं। प्रसारण के माध्यम से बताया जाता है कि किस प्रकार रूट से अनेकों पौधे विकसीत किया जा सकता है।
नई तकनीक के माध्यम से रोग और हानिकारक कीटों के रोक थाम किस प्रकार किया जा सकता है। किस मौसम में कौन से फसल किस तकनीक से बेहतर उत्पादन किया जा सकता है। इतना ही नहीं आने वाले समय में किस प्रकार किसानी में नया आयाम जुड़ेंगे इस पर विशेषज्ञों की क्या राय है आदि विषयों पर प्रसारण किया जाता है। श्रोता सलाह बेहतर प्रसारण के लिए देते रहते हैं।
दो संचालित और दो पाइप लाइन में सामुदायिक रेडियो
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बीएयू के कृषि विज्ञान केंद्र बाढ़ पटना और मुख्यालय सबौर में सामुदायिक रेडियो संचालित होता है। जबकि गया और कटिहार के लिए केंद्र सरकार ने स्वीकृति प्रदान कर दिया है बहुत जल्द वहां भी आरंभ हो जाएगा। रेडियो स्टेशन का ट्रांसमीटर कम होने की वजह से दूर के किसान इसे नहीं सुन पा रहे थे। इसको ध्यान में रखकर विश्वविद्यालय ने एफएम ग्रीन बीएयू नाम से एप बनाया गया है। इस एप के माध्यम से श्रोता विश्व में कहीं रहकर रेडियो के प्रसारण को सुन सकता है। साथ ही रेडियो गार्डन के प्लेट फार्म पर भी श्रोता इसे सुन सकते हैं।
बीएयू के कुलपति डा. अरुण सिंह ने कहा कि सामुदायिक रेडियो प्रसारण के बढ़ते श्रोता इसकी लोकप्रियता का प्रमाण है। आने वाले समय में इसे बेहतर और गुणवत्ता पूर्ण नई तकनीक से लैस किया जाएगा। विश्वविद्यालय के अधिनस्थ कई जिला में सामुदायिक रेडियो के प्रसारण आरंभ करने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि किसानों को किसानी का सुलभता से ज्ञानार्जन और स्वस्थ मनोरंजन किया जा सके।