Wednesday, November 27, 2024
Weather UpdateMuzaffarpur

Weather:- उत्तर ब‍िहार में बदल सकता मौसम का मि‍जाज, कुछ जगहों पर बार‍िश के आसार।

Weather of मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार के जिलों में अब हल्की वर्षा होने की संभावना है। कुछ स्थानों पर मध्यम वर्षा भी हो सकती है। डा. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग ने कहा है कि पूर्वानुमानित अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में हल्के से मध्यम बादल बादल छाये रह सकते हैं। मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। उसके बाद मानसून के आगमन की संभावना के कारण वर्षा की संभावना में वृद्धि होगी। इसके प्रभाव से उत्तर बिहार के जिलों में अधिकतर स्थानों पर हल्की वर्षा होने का अनुमान है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 35 से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। जबकि न्यूनतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रह सकता है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 70 से 80 प्रतिशत तथा दोपहर में 30 से 40 प्रतिशत रहने की संभावना है। पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 18 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पुरवा हवा चलने का अनुमान है।

मूसलाधार बारिश के बाद नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की आशंका

गोबद्र्धना। रामनगर के उत्तरांचल क्षेत्र में बुधवार की सुबह करीब डेढ़ घंटे मूसलाधार बारिश से मौसम का रुख एकदम बदल गया। चारों तरफ फिसलन बढ़ गई। रास्ते के बगल के हिस्से कीचड़ से सन गए। नतीजतन गर्मी से तंग लोगों ने चैन की सांस ली। नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना है। बारिश से बाढ़ के खतरे को लेकर लोग सहमे हैं। दोन के रास्ते में मसान, हरहा आदि पहाड़ी नदियों के जलस्तर बढऩे शुरू हो गए हैं। स्थानीय जितेंद्र उरांव ने बताया सुबह मूसलाधार बारिश के कारण पहाड़ी नदियों के जलस्तर बढऩे की संभावना है। उमस से तो निजात मिल गई हैं, धान के बिचड़े में पानी की कमी पूरी हो गई है। जिन किसानों ने बीज नहीं गिराया है। उनको बिचड़ा गिराने में सहूलियत हुई। गन्ने की फसल में जरूरत के हिसाब से पानी मिल गया। इस संबंध में रामनगर के सीओ विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि बाढ़ में कटाव को लेकर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को जरूरी सामान की आपूर्ति करने को कहा गया है। प्रखंड क्षेत्र को सेक्टर में बांट मॉनीटर‍िंग कराई जा रही है।

खेतों में लगे धान के बिचड़ों के लिए बारिश लाभदायक

हरनाटांड़। पिछले कई दिन से तेज धूप व गर्मी से परेशान लोगों को बुधवार को हल्की राहत मिली है। बुधवार की सुबह मौसम ने करवट बदली और बारिश से तापमान गिरने के साथ गर्मी से कुछ राहत मिली। करीब दो घंटे तक अच्छी बारिश हुई, जिसकी वजह से बाजार की सड़कें जलमग्न हो गई, लेकिन दोपहर बाद अचानक मौसम ने करवट ली और फिर से धूप खिल गई। जिससे उमस बढ़ गई। मौसम जानकारों के अनुसार तापमान में अभी उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। इधर हल्की बारिश होने के बाद अधिकतम तापमान गिरकर 35 और न्यूनतम 27 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं दूसरी ओर इस बारिश से किसानों में एक बार फिर धान की फसल को लेकर उम्मीद जगी है, किसानों के अनुसार, खेतों में लगे धान के बिचड़ों के लिए यह बारिश संजीवनी की तरह है। जो किसान अभी तक बिचड़े नहीं लगाए थे, उन्होंने भी बारिश के बाद बिचड़े की तैयारी प्रारंभ कर दी है। धान की फसल के शुरुआती नक्षत्र आद्र्रा में न के बराबर हुई बारिश से किसान  च‍िंतित थे। किसानों का कहना है कि पानी की कमी होने की वजह से खेतों में दरारें पडऩी शुरू हो गई थी।

अब बारिश की वजह से खेतों में कुछ पानी है। जिससे धान के सुख रहे बिचड़े को जान मिल गई है। ऐसा नहीं है कि इस बारिश से किसानों के चेहरे से ङ्क्षचता की लकीरें खत्म हो गई हैं, बल्कि अभी लगातार बारिश की उम्मीद की जा रही है। इस बारिश से धान के बिचड़े के साथ साथ गन्ने को भी फायदा हुआ है। जिससे फसल को जीवनदान मिला है। पिछले कई दिनों से पानी की जरूरत महसूस की जा रही थी। हालांकि बारिश से किसान की च‍िंता थोड़ी दूर हुई है, लेकिन अभी भी किसान झमाझम बारिश के इंतजार में किसान आस लगाए बैठे हैं। ताकि तैयार हो चुके बिचड़े से धान की रोपनी की जा सके।

Kunal Gupta
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