UPSC: आर्थिक तंगी के बावजूद नौकरी करते हुए UPSC की तैयारी की और डॉक्टर होते हुए IAS अफसर बने ।
Success Story Of IAS Topper Nagarjun B Gowda: नागार्जुन गौड़ा के संघर्ष और फिर सफलता हासिल करने की कहानी किसी भी व्यक्ति में आशा का संचार कर सकती है. गौड़ा पहलले बेहद संघर्षों से गुजरते हुए डॉक्टर बनते हैं और फिर यूपीएससी परीक्षा पास कर आईएएस अफसर बनते हैं. आर्थिक तंगी के कारण उन्होंने यूपीएससी की तैयारी नौकरी के साथ ही की. इसके बावजूद कड़ी मेहनत की बदौलत वे दूसरे प्रयास में सफल हो गए
पहले एमबीबीएस की डिग्री हासिल की
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नागार्जुन गौड़ा का जन्म कर्नाटक के गांव में हुआ था. उनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी, इसके बावजूद उन्होंने कड़ी मेहनत के साथ पढ़ाई की. इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने एमबीबीएस का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर कर लिया. इसके बाद उन्होंने एमबीबीएस की डिग्री हासिल कर ली. एमबीबीएस के बाद उन्होंने एक हॉस्पिटल में नौकरी ज्वाइन कर ली. उसी दौरान उन्होंने यूपीएससी की तैयारी का मन बनाया. लेकिन आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उन्होंने नौकरी के साथ तैयारी करने का फैसला किया
हर दिन 6-8 घंटे की पढ़ाई
नागार्जुन ने नौकरी के साथ हर दिन करीब 6 से 8 घंटे निकालकर पढ़ाई की. उनका मानना है कि अगर आप अच्छी रणनीति के साथ हर दिन इतना वक्त पढ़ाई के लिए निकाल लेंगे तो नौकरी के साथ भी परीक्षा पास कर सकते हैं. हालांकि वे कहते हैं कि आपको हर चीज समझदारी के साथ प्लान करनी पड़ेगी. हर चीज शेड्यूल के अनुसार तय करें और कोशिश करें कि सिलेबस कंप्लीट होने के बाद ज्यादा से ज्यादा रिवीजन हो सके
अन्य कैंडिडेट्स को नागार्जुन की सलाह
नागार्जुन का मानना है कि अगर आप यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं तो संसाधनों का रोना ना रोएं और जैसे भी संभव हो अपनी तैयारी करते रहें. नौकरी के साथ भी आप तैयारी कर सकते हैं और बिना कोचिंग के भी सफलता प्राप्त की जा सकती है. अगर आप स्मार्ट वर्क, हार्ड वर्क और धैर्य के साथ तैयारी करेंगे, तो निश्चित रूप से यहां सफलता प्राप्त कर सकते है।