Samastipur news:समस्तीपुर में तीन जगहों पर तेल भंडार का पता लगाने के लिए ओएनजीसी को जल्द मिलेगी स्वीकृति।
समस्तीपुर। समस्तीपुर जिले के कुछ स्थानों पर तेल का भंडार मिलने के संकेत हैं। इसको पता लगाने के लिए ओएनजीसी के आवेदन पर खनन विभाग ने स्वीकृति देने की तैयारी शुरू कर दी है। ओएनजीसी ने पेट्रोलियम एक्सप्लोरेशन लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। लाइसेंस के लिए ओएनजीसी ने सुरक्षित राशि भी जमा करा दी है। जिसके बाद खनन विभाग के द्वारा इसकी प्रक्रिया शुरू की गई है। जानकारी के अनुसार तेल और प्राकृतिक गैस निगम लि. (ओएनजीसी) का आंकलन है कि समस्तीपुर जिले में तेल के भंडार हो सकते हैं। इस आकलन की पुष्टि के लिए ओएनजीसी ने बिहार के खान एवं भू-तत्व विभाग से पेट्रोलियम एक्सप्लोरेशन (अन्वेषण) लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। राज्य सरकार की स्वीकृति मिली तो करीब चार साल के अंदर इसका पता लगा लिया जाएगा। जानकारी के अनुसार समस्तीपुर में करीब 308.32 वर्ग किमी में तेल भंडार होने का अनुमान है। तेल भंडार कितना है इसके आकलन के लिए पहले राज्य की अनुमति आवश्यक है।
बिहार में दो ब्लॉक मिले, सबसे बड़ा तेल भंडार समस्तीपुर में
ओएनजीसी के आवेदन के बाद खनन विभाग ने जिला प्रशासन को इसको लेकर पत्र दिया था। पत्र के आलोक जिलाधिकारी योगेन्द्र सिंह के निर्देश पर इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता सूची में रखते हुए कार्रवाई शुरू की गई है। जिला खनन कार्यालय की ओर से इस कार्य को काफी तेज गति से किया रहा है। बताया गया है कि जिले के सैदपुर, चकबेदौलिया एवं एक अन्य जगह पर तेल भंडार मिलने के संकेत हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि बिहार में तेल भंडार के दो ब्लॉक मिले हैं, जिसमें सबसे बड़ा भंडार समस्तीपुर में मिलने के संकेत हैं। जबकि दूसरा बक्सर जिले में है।
राज्य सरकार की अनुमति मिलने के बाद तेल भंडार की खोज के पहले चरण में भूकंप डेटा रिकार्डिंग प्रणाली का उपयोग कर 2-डी भूकंपीय सर्वेक्षण होगा। इसके बाद गुरुत्वाकर्षण चुंबकीय और मैग्नेटो-टेल्यूरिक (एमटी) सर्वेक्षण भी होगा। पुष्टि होने के बाद प्राकृतिक तेल प्राप्त करने के लिए आगे की प्रक्रिया निर्धारित की जाएगी। ओएनजीसी के आवेदन पर जिला खनन कार्यालय ने अनुमंडल पदाधिकारी आरके दिवाकर से इससे संबंधित रिपोर्ट मांगी है। एसडीओ से रिपोर्ट मिलने के बाद जिला पदाधिकारी के पास पूरे प्रस्ताव को भेजा जाएगा। जिला पदाधिकारी के द्वारा ही सर्वेक्षण के दौरान विधि व्यवस्था संधारित करने को लेकर आदेश निर्गत किया जाएगा।
जिलाधिकारी के द्वारा ही सर्वे की अनुमति दी जाएगी
जिला खनन पदाधिकारी प्रत्यय अमन ने बताया कि ओएनजीसी ने लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। आवेदन के आलोक में सर्वेक्षण के दौरान क्षतिपूर्ति के लिए सुरक्षित राशि जमा करने का निर्देश दिया गया था। इसके आलोक में ओएनजीसी ने सुरक्षित राशि भी जमा करा दी है। अब सर्वे के लिए अनुमति देने से पूर्व सदर अनुमंडल पदाधिकारी से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। सदर अनुमंडल पदाधिकारी के स्तर से रिपोर्ट मिलते ही जिलाधिकारी के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा।
जिलाधिकारी के द्वारा ही सर्वे की अनुमति दी जाएगी। साथ ही विधि व्यवस्था को लेकर सुरक्षा मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी के द्वारा इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखकर करने का निर्देश दिया गया है। जिसके आलोक में कार्रवाई चल रही है। अनुमति देने की प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो जाएगी और सर्वे का कार्य प्रारंभ हो जाएगा।