पटना का पहला वाटर स्पोर्ट्स सेंटर बनेगा जेपी गंगा पथ के मुहाने पर,साथ ही गंगा पथ से जुड़ेगा सभ्यता द्वार।
राजधानी वासियों के लिए अच्छी खबर है। दरसल अब जेपी गंगा पथ के मुहाने पर राजधानी पटना का पहला वाटर स्पोर्ट्स सेंटर बनेगा। इसकी कार्यवाही शुरू कर दि गई है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि जेपी पथ के मुहाने पर स्थित जनार्दन घाट पर लोगों की काफी भीड़ इकट्ठा हो रही है। गंगा तट पर सुर्यास्त काफी आनंददायक है। अतः यहां लोगों के भीड़ को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग को जल्द वाही टर स्पोट्स बनाने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। यह इलाका वाटर एडवेंचर्स स्पोर्ट्स सेंटर के रूप में विकसित होने के बाद लोगों को मोटर बोट, क्याक, टायराइड, जेट स्की स्कूटर आदि वाटर स्पोटर्स एक्टविटी करने की सुविधा मिलेगी।
साथ ही निकट भविष्य में स्थानीय लोगों के साथ ही विदेशी पर्यटक भी पैरासेलिंग वोट की सुविधा का आनंद ले सकेंगे।अधिकारियों के अनुसार पैरासेलिंग एडवेंचर एक्टिविटी में चलती हुई नाव में बंधे पैराशूट के सहारे व्यक्ति आकाश में उड़ता है। एक व्यक्ति को एक वोट के पीछे से खींचा जाता है। वाटर स्कीइंग में रस्सी को एक छोर को स्की एवं दूसरे छोर को स्पीड बोट में बांध दिया जाता है। जब बोट स्पीड में दौड़ती है तो व्यक्ति पानी में रस्सी को पकड़ कर संतुलन बनाने का प्रयास करता है। आपको बता दूं कि जेपी गंगा पथ को सभ्यता द्वार से कनेक्ट किया जाएगा। वहीं गाड़ि के पार्किंग हेतु एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट से सभ्यता द्वार के बीच मल्टीलेबल पार्किंग बनाने का फैसला लिया गया है।
लोग यहां गाड़ी फर्क कर सभ्यता द्वार को देखने के लिए पैदल जाएंगे। हालांकि लाेकनायक गंगा पथ के निर्माण के दौरान इसके आसपास 4 तालाब बन गया हैं। एक तालाब एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट के पास रोटरी पर, जबकि 3 तालाब जेपी सेतु से पश्चिम व रोटरी के बीच बन गए हैं। बिहार राज्य पथ विकास निगम ने इन तालाबाें को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने हेतु विशेषज्ञों की राय मांगी है। इंजीनियरों ने बताया कि तालाब का निर्माण हमने नहीं किया है। सड़क निर्माण के दाैरान तालाब का स्वरूप अपने-आप विकसित हो गया है। हालांकि अब इसको खूबसूरत बनाने के लिए विभाग के स्तर मंथन किया जा रहा है।”