Gandhi Setu:सिर्फ चकाचक गांधी सेतु ही नहीं,7 जून को बिहार को मिलेगा पूरे 13 हजार करोड़ रुपयों का तोहफा ।
Mahatma Gandhi Setu News : पटना: बिहार को 7 जून को एक दो नहीं बल्कि पूरे 13 हजार करोड़ रुपयों का तोहफा मिलने वाला है। इससे पहले पथ निर्माण मंत्री नितिन नबीन ने अतिरिक्त मुख्य सचिव (सड़क) प्रत्यय अमृत के साथ गुरुवार को महात्मा गांधी सेतु के पूर्वी हिस्से का निरीक्षण किया, जिसे पूरी तरह से तोड़कर नया बनाया गया है। 7 जून को इसका उद्घाटन भी कर दिया जाएगा। पुल के इस हिस्से को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जनता को समर्पित करेंगे। इसी दौरान राज्य सरकार के अफसरों और मंत्री ने कार्यक्रम स्थल का दौरा किया, जहां मंगलवार को उद्घाटन समारोह होना है।
https://youtu.be/OFDgTnDACuA
गांधी सेतु का नया पूर्वी हिस्सा
बिहार को 12 हजार करोड़ रुपयों का तोहफा
पथ निर्माण मंत्री ने टाइम्स न्यूज नेटवर्क को बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 7 जून को राज्य में 13,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। मंत्री के मुताबिक ‘गडकरी पटना से आठ परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे और उनका उसी दिन भागलपुर में दो और परियोजनाओं का शुभारंभ करने का कार्यक्रम है। गांधी सेतु का पूरा काम 1800 करोड़ रुपये के अनुमानित परिव्यय के साथ पूरा किया गया है।’
अब गांधी सेतु फुल चकाचक
गंगा नदी पर उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले ‘जीवन रेखा’ पुल माने जाने वाले 39 वर्षीय गांधी सेतु का पुनर्वास सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने कराया है। इसके पिलर को ज्यों का त्यों रहने दिया गया है लेकिन उसके उपर के हिस्से यानि सड़क को सुपर स्ट्रक्चर से बदल दिया गया है। इस पहले पुल के पश्चिमी हिस्से में फरवरी, 2017 में काम लगाया गया और तीन साल के बाद 31 जुलाई, 2020 को इसका उद्घाटन कर दिया गया। इस लेन पर ट्रैफिक शुरू कर पूर्वी हिस्से में भी इसी तरह का काम शुरू किया गया जो अब पूरा हो चुका है। यानि पूरा गांधी सेतु एक तरह से नया हो गया है।
https://youtu.be/OFDgTnDACuA
गांधी सेतु के बगल में चार लेन का नया पुल भी
गांधी सेतु के पश्चिमी किनारे पर गांधी सेतु के समानांतर चार लेन का पुल भी बनाने का प्रस्ताव है। गांधी सेतु के समानांतर प्रस्तावित फोर-लेन पुल, राज्य में 2015 के विधानसभा चुनाव से पहले बिहार के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के विशेष पैकेज की घोषणा का हिस्सा है। पटना में जीरो माइल से हाजीपुर में रामाशीष चौक तक इसकी कुल लंबाई 5.63 किमी है और दोनों तरफ पहुंच सड़कों की कुल लंबाई 14.5 किमी है। इस पुल को 2024 तक तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है।