Bihar News :बिहार के इस जिले में बनेगा राज्य का सबसे बड़ा चिड़ियाघर,जो पटना चिड़ियाघर से 136 एकड़ बड़ा होग।
बिहार का एक मात्र चिड़ियाघर बिहार की राजधानी पटना में है। लेकिन अब राज्य का दूसरा चिड़ियाघर पटना के चिड़ियाघर से 136 एकड़ अधिक जमीन पर अररिया में बनेगा। राज्य का यह सबसे बड़ा चिड़ियाघर होगा। इसके लिए बिहार सरकार जमीन की अनुमति दे दी है। बता दूं कि यह चिड़ियाघर अररिया जिले के रानीगंज में बनेगा।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अधिकारी का कहना है कि सेंट्रल जू अथॉरिटी सीजेडए के द्वारा चिड़ियाघर बनाने के लिए पहले फेज की स्वीकृति मिल चुकी है। इसके बाद सीजेडए के तरफ से क्वारंटीन रूम, हॉस्पिटल, फूड स्टोर, पदाधिकारी बिल्डिंग सहित अन्य कई सुविधाओं के अलावा विजिटर्स के लिए क्या-क्या सुविधा होगी, इस बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई थी।
उसके बाद विभाग ने रिपोर्ट तैयार कर सेंट्रल जू अथॉरिटी को भेजा। हालांकि सीजेडए जून में इसपर मंजूरी देगी। इस चिड़ियाघर का निर्माण लगभग 289 एकड़ भू-भाग पर होगा। वहीं इसे वर्ष दिसम्बर 2023 तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अररिया के रानीगंज में कुल 289 एकड़ में जंगल फैला है।
इसमें लगभग ढाई एकड़ में फैला तालाब के चारों ओर जंगल है। तालाब के बीचोबीच में 2 टापू भी हैं। हालांकि इस तालाब में पर्यटकों को बोटिंग की सुविधा मिलेगी। इस तालाब में 12-16 बोट चलाया जाएगा। हालांकि क्षेत्रफल के हिसाब से देखा जाए तो पटना के मुकाबले अररिया का चिड़ियाघर ज्यादा बड़ा होगा। आपको बता दूं कि जानवर के मामले में देश के 7 चिड़ियाघर में पटना चिड़ियाघर भी शामिल है।
बताते चलें कि पटना चिड़ियाघर 153 एकड़ भू-भाग में फैला है जबकि अररिया में 289 एकड़ भूमि चिड़ियाघर के लिए चिह्नित है। मतलब की पटना की तुलना में अररिया का चिड़ियाघर 136 एकड़ अधिक जमीन पर होगा। देश के अधिकांश राज्य में 2-3 की संख्या में चिड़ियाघर है। अभी तक राज्य में पटना चिड़ियाघर एवं राजगीर में जू सफारी है। अररिया में चिड़ियाघर खुलने के बाद राज्य में दो चिड़ियाघर हो जाएंगे। इससे जानवरों की अदला-बदली करने में भी आसानी होगी। चिड़ियाघर निर्माण के लिए रानीगंज वृक्ष वाटिका की बाउंड्री कर दी गई है। जिसके अंदर फिलहाल 15 हिरण हैं। तथा अलग-अलग प्रजाति के पेड़ हैं।”