बिहार में 50 साल बाद हुई तालाब की खुदाई तो अंदर गड़ा मिला शिवलिंग, अब शिवालय का होगा निर्माण ।
एक तरफ जहां काशी के ज्ञानव्यापी में शिवलिंग मिलने की चर्चा हर तरफ है, वहीं दूसरी ओर बिहार में भी एक जगह ऐसा है जहां तालाब की खुदाई के दौरान लोगों को शिवलिंग का दर्शन हुआ है. तालाब की खुदाई के बाद मिले इस शिवलिंग की चर्चा भी क्षेत्र में हर तरफ है. लोग शिवलिंग देखते ही भोलेनाथ के नारे लगाते दिखे.
लंबे समय बाद तालाब की खुदाई
लखीसराय जिला के कजरा थाना क्षेत्र के पोखरामा गांव के उत्तर पूर्व में खेमतरनी माय के समीप एक तालाब की विगत लगभग दस दिनों से खुबसूरती को बढ़ाने के लिए खुदाई का कार्य किया जा रहा था. वहीं गांव के बड़े बुर्जुगों की माने तो इस तालाब की खुदाई काफी लंबे के समय के बाद किया जा रहा है.
50 साल से भी अधिक समय के बाद खुदाई के दौरान मिला शिवलिंग
ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 50 साल से भी अधिक का समय के बाद तालाब की खुदाई हो रही है. इतने लंबे समय से इस तालाब में खुदाई का कार्य नहीं हुआ था.वर्तमान समय में जेसीबी से चल रहे खुदाई के दौरान लगभग ढ़ाई फिट का शिवलिंग मिला. शिवलिंग मिलते ही आसपास खुदाई कार्य को देख रहे लोगों द्वारा हर-हर महादेव के नारे लगाने लगे.
हर-हर महादेव के नारे लगे
शिवलिंग की खबर पूरे गांव में फैल गयी. सैकड़ो की तादाद में लोग मौके पर पहुंचे और हर-हर महादेव के नारे लगाने लगे. साथ ही ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना कजरा थाना को भी दे दी गयी. वहीं सूचना मिलते ही कजरा थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिन्हा द्वारा पोखरामा तालाब पहुंचे और मिले शिवलिंग का जायजा लिया.
बोले थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष ने ग्रामीणों से वार्ता कर वर्तमान समय में ग्रामीणों द्वारा शिवलिंग की पूजा-अर्चना के लिए पास के ही मंदिर में रखवा दिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा तालाब खुदाई के दौरान शिवलिंग की बात का पता चली. जिसे लेकर वे तालाब गये. वहां शिवलिंग देख ग्रामीणों से बातचीत किया.