क्या बिना ब्रश किए पानी पीना सेहत के लिए होता है फायदेमंद? जानें यहां ।
Drinking Water Benefits Before Brush: गर्मी के दिनों में शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए हमें रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पीना चाहिए. पानी पीने से शरीर हाइड्रेट तो रहता ही है, साथ ही यह हमें कई बीमारियों से बचाने के भी काम आता है. बहुत लोगों का मानना है कि सुबह उठकर बिना ब्रश किए पानी पीना सेहत के लिए लाभकारी होता है. इसके पीछे एक तथ्य यह भी है कि हम जब रात में सोते हैं, तो रात भर लगभग 7 से 8 घंटे तक हमारे शरीर में पानी नहीं जाता. ऐसे में शरीर के डिहाइड्रेट होने की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन क्या वाकई में सुबह उठकर बिना ब्रश किए पानी पीना सेहत के लिए अच्छा होता है, चलिए जानते हैं.
पाचन क्रिया करे तेज
सुबह उठकर बहुत से लोग बिना ब्रश किए पानी पीते हैं. ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. सुबह बिना ब्रश किए पानी पीने से शरीर की पाचन शक्ति बढ़ती है, जिससे दिन भर आपके द्वारा खाए जाने वाला खाना अच्छी तरह से पचता है. इसके अलावा सुबह बिना ब्रश किए पानी पीने से शरीर की कई प्रकार की बीमारियां भी दूर होती हैं.
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार
सुबह बिना ब्रश किए पानी पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. सर्दियों के मौसम में खांसी या कोल्ड जैसी मौसमी बीमारियों के लक्षण दिखाई देने पर व्यक्ति को सुबह एक गिलास गर्म पानी जरूर पीना चाहिए. इसके अलावा बिना ब्रश किए पानी पीने से स्किन और बालों पर भी इसका पॉजिटिव असर दिखाई देता है.
हाई बीपी और हाई शुगर से बचने में सहायक
सुबह बिना ब्रश किए पानी पीने से हाई बीपी या लो बीपी जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है. सुबह उठकर एक गिलास गुनगुना पानी पीने से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. इसके अलावा सुबह उठकर गुनगुना पानी पीने से मोटापे समस्या भी दूर होती है.
मुंह की दुर्गन्ध करे दूर
जिन लोगों को मुंह से दुर्गंध आने की समस्या होती है, उन लोगों को सुबह उठकर एक गिलास गुनगुना पानी जरूर पीना चाहिए. मुंह में सलाइवा की कमी के कारण हमारा मुंह पूरी तरह से सूख जाता है, जिससे मुंह से दुर्गंध आने की समस्या पैदा होती है. मुंह में सलाइवा की कमी के कारण बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाते हैं. तो यदि आप सुबह उठकर एक गिलास गुनगुना पानी पिएंगे, तो आपको इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं.इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)